Uttarkashi Mosque Dispute: उत्तरकाशी मस्जिद विवाद, पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया पुलिस की नाकामी, सिस्टम पर उठाए सवाल
Uttarkashi Masjid controversy, former Chief Minister and Haridwar MP Trivendra Singh Rawat said the failure of the police, raised questions on the system.
Uttarkashi Mosque Dispute: उत्तरकाशी में मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद ने गुरुवार को बड़ा रूप ले लिया, जिसके बाद से पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है। इस मामले में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने उत्तरकाशी की घटना को पुलिस की विफलता बताते हुए इसे सिस्टम की नाकामी करार दिया और कहा कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए पुलिस को और सतर्क रहना चाहिए।
मस्जिद विवाद में हुआ बवाल, पुलिस पर पथराव और लाठीचार्ज
उत्तरकाशी के सीमांत जिले में गुरुवार को मस्जिद के विरोध में एक महारैली का आयोजन किया गया था। इस रैली का आयोजन संयुक्त सनातन धर्म रक्षक दल ने किया था, जिसके अंतर्गत बड़ी संख्या में लोग मस्जिद के विरोध में एकत्रित हुए थे। पुलिस प्रशासन ने पहले से ही महारैली के रूट और समय को आयोजकों के साथ तय कर लिया था। इसके बावजूद, रैली ने तय मार्ग को छोड़कर अन्य मार्ग पर जाने की कोशिश की। पुलिस ने रैली को रास्ते से रोकने की कोशिश की, तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
इस स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस झड़प में कई पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए। इसके बाद, पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए सख्त कदम उठाए और क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी।
पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
इस घटना को लेकर हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि उत्तरकाशी जैसी सीमांत और संवेदनशील जगह पर इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए पुलिस को पहले से ही सतर्क रहना चाहिए था। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तरकाशी जैसे स्थानों पर इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं, इस पर गहन विचार करना जरूरी है। उन्होंने इसे पुलिस की विफलता बताते हुए कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को मजबूत रणनीति अपनाने की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तरकाशी जैसी शांत जगह पर इस तरह के माहौल का निर्माण पुलिस और प्रशासन की सतर्कता में कमी का संकेत है। सांसद ने कहा कि यदि पुलिस समय रहते सावधानी बरतती, तो शायद इस तरह की घटना को टाला जा सकता था। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि इस घटना की गहन जांच होनी चाहिए ।
विरोध में महारैली का आयोजन
उत्तरकाशी में गुरुवार को संयुक्त सनातन धर्म रक्षक दल द्वारा एक महारैली आयोजित की गई थी, जिसमें बड़ी संख्या में लोग मस्जिद के विरोध में शामिल हुए थे। पुलिस और प्रशासन के अनुसार, इस रैली का समय और मार्ग पहले से निर्धारित किया गया था, लेकिन जब रैली ने तय मार्ग को छोड़कर दूसरे मार्ग पर जाने की कोशिश की, तब पुलिस ने इसे रोकने का प्रयास किया। इसी दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई और कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
क्षेत्र में आज भी बंद, बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था
इस घटना के बाद उत्तरकाशी के यमुना घाटी में तनाव का माहौल है। क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आज भी बंद का आह्वान किया गया है। पुलिस और प्रशासन ने हालात पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी है। प्रशासन ने यह भी बताया है कि किसी भी असामाजिक तत्व द्वारा माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की घटना की जांच की मांग
हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस घटना की गहन जांच की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसी घटनाएं उत्तराखंड की शांति और सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं। उन्होंने इस घटना को उत्तरकाशी की पुलिस प्रशासन की विफलता के रूप में देखते हुए, राज्य सरकार से मामले की जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।
सांसद रावत ने कहा कि उत्तरकाशी जैसी सीमांत और धार्मिक स्थलों पर इस तरह की घटनाएं न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि राज्य की छवि के लिए भी हानिकारक हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जाएं।