SliderTo The Pointउत्तराखंडट्रेंडिंगन्यूज़

Youth in the developed India mission: यूटीयू को मिली छात्रा छात्रावास की सौगात, विकसित भारत मिशन में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने पर जोर

UTU gets gift of girl hostel, emphasis on increasing participation of youth in Developed India Mission

Youth in the developed India mission: उत्तराखंड के वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) में तकनीकी शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। राज्य के तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने विश्वविद्यालय परिसर में 124 छात्राओं की क्षमता वाले नए छात्रावास के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। यह छात्रावास करोड़ों की लागत से बनने जा रहा है, जिसका लाभ विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को मिलेगा। इसके अलावा विश्वविद्यालय परिसर में चार नए आवासों के निर्माण का भी भूमि पूजन किया गया, जो विश्वविद्यालय के स्टाफ और कर्मचारियों के आवासीय सुविधाओं को और बेहतर बनाएगा।

युवाओं के लिए ‘विकसित भारत 2047’ मिशन के सपने

इसके साथ ही, यूटीयू में ‘विकसित भारत 2047’ मिशन को लेकर एक सम्मेलन भी आयोजित किया गया। इस मिशन का उद्देश्य वर्ष 2047 तक भारत को एक आत्मनिर्भर, स्वस्थ और समृद्ध वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करना है। इस दौरान तकनीकी शिक्षा मंत्री ने युवाओं की भागीदारी पर जोर देते हुए कहा कि विकसित भारत का सपना तभी साकार हो सकता है जब देश के युवा तकनीकी और विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को हासिल करें। उन्होंने कहा कि तकनीक का सही इस्तेमाल, पर्यावरण संरक्षण, और नैतिक जिम्मेदारी के साथ काम करना ही भारत को इस लक्ष्य तक ले जा सकता है।

सम्मेलन में युवाओं को तकनीकी सशक्तिकरण पर प्रेरित किया गया और बताया गया कि कैसे तकनीक का सही उपयोग देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। पर्यावरण संरक्षण पर भी खास जोर देते हुए मंत्री ने कहा कि तकनीकी प्रगति के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी आवश्यक है। खासतौर से, हिमालयी क्षेत्र में ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन का विशेष ध्यान रखते हुए उन्होंने प्रदूषण को रोकने के लिए उपायों पर चर्चा की और युवाओं से यह अपील की कि वे अपनी जिम्मेदारियों को समझें और तकनीक का नैतिक उपयोग करें।

छात्रावास का निर्माण: छात्राओं के लिए एक नई शुरुआत

124 छात्राओं की क्षमता वाले इस नए छात्रावास के निर्माण के लिए भूमि पूजन के अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री ने इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस छात्रावास के बनने से छात्राओं को तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने में सहूलियत होगी। यह उन छात्राओं के लिए खास तौर पर महत्वपूर्ण है जो दूर-दराज के क्षेत्रों से शिक्षा प्राप्त करने के लिए यहां आती हैं। छात्रावास निर्माण के अलावा, मंत्री ने विश्वविद्यालय में चार नए आवासों के निर्माण का भी भूमि पूजन किया, जिससे स्टाफ के लिए आवासीय सुविधाएं बेहतर होंगी।

निर्माणाधीन शैक्षणिक भवन की प्रगति पर विशेष निर्देश

मंत्री सुबोध उनियाल ने विश्वविद्यालय के निर्माणाधीन शैक्षणिक भवन के काम में तेजी लाने का निर्देश भी दिया है। उन्होंने कार्यदायी संस्था को स्पष्ट निर्देश दिए कि इस भवन का निर्माण कार्य 27 जनवरी 2025 तक पूरा कर लिया जाए ताकि विश्वविद्यालय के छात्रों को बेहतर शैक्षिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।

युवाओं के सामने नैतिकता और तकनीक का संतुलन

सम्मेलन में यह भी चर्चा की गई कि कैसे तकनीकी प्रगति के बावजूद पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देना जरूरी है। हिमालयी राज्यों में बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव पर चिंता व्यक्त की गई, और तकनीकी प्रयोग के दौरान पर्यावरण के प्रति सजग रहने की बात कही गई। मंत्री ने बताया कि कैसे तकनीकी इस्तेमाल से कई क्षेत्रों में प्रगति हो सकती है, लेकिन इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए जागरूकता जरूरी है। इस दिशा में युवाओं की नैतिक जिम्मेदारी पर भी जोर दिया गया और उन्हें तकनीक का सही इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया गया।

समृद्धि और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता उत्तराखंड

उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में युवाओं की सहभागिता को बढ़ावा देने के साथ-साथ विश्वविद्यालय में तकनीकी सुविधाओं के विस्तार के भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। छात्रों के लिए आवासीय सुविधाएं और शैक्षिक भवन के निर्माण से उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त होगा। मंत्री सुबोध उनियाल ने इस अवसर पर कहा कि उत्तराखंड तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है और सरकार का उद्देश्य है कि युवा शिक्षा और तकनीकी के क्षेत्र में सक्षम बनें और देश को आत्मनिर्भरता और समृद्धि की ओर ले जाएं।

इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों और शिक्षकों ने सरकार के इस कदम की सराहना की और विश्वास जताया कि इससे विश्वविद्यालय में शिक्षा का स्तर और भी ऊंचा होगा।

Written By। Mansi Negi । National Desk। Delhi

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button