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Daman and Diu: उपराष्ट्रपति ने घोघला में पीएमएवाई फ्लैटों का किया उद्घाटन

Vice President inaugurates PMAY flats in Ghoghla

Daman and Diu: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) ने आज राष्ट्रीय नेतृत्व (National Leadership) के गहन प्रभाव पर विचार करते हुए कहा कि “यद्यपि नाम में बहुत कुछ होता है, परन्तु ‘नर’ और ‘इंद्र’, ‘नरेन्द्र’ नाम ने सब कुछ संभव कर दिया है।”

आवास विकास में की गई महत्वपूर्ण प्रगति की सराहना करते हुए, श्री धनखड़ ने कहा कि, विभिन्न सरकारी पहलों (Various Government Initiatives) के तहत इस क्षेत्र में 21,000 से अधिक घरों को मंजूरी दी गई है और उनका निर्माण किया गया है। उन्होंने देश में हो रहे उल्लेखनीय परिवर्तन (Notable Changes) पर जोर दिया और इस प्रगति का श्रेय नेतृत्व को दिया। “यहां की खासियत यह है कि जो भी मंजूर होता है, वह संभव हो जाता है। देश में सब कुछ क्यों संभव हो रहा है? ऐसा इसलिए है क्योंकि जो व्यक्ति इसे संभव बना रहा है, वह देश का नेतृत्व कर रहा है,” उन्होंने कहा।

पद्म श्री (Notable changes), पद्म भूषण (Padma Bhushan), पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) और भारत रत्न पुरस्कारों (Bharat Ratna Awards) सहित देश के कुछ सर्वोच्च नागरिक सम्मानों (highest civilian honours) के लिए प्राप्तकर्ताओं के चयन के संबंध में पिछले दशक में देखे गए गहन परिवर्तनों (Deep Transformations) को स्वीकार करते हुए, श्री धाकड़ ने कहा “पिछले 10 वर्षों में एक बड़ा बदलाव आया है। अब, इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों (Prestigious Awards) के प्राप्तकर्ता वे हैं जो वास्तव में इसके हकदार हैं। देश भर के लोग अब कहते हैं कि पुरस्कार सही व्यक्तियों को दिए जा रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि, यह प्रगति भारत की “राम राज्य” की ओर यात्रा का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “यह दर्शाता है कि देश बदल रहा है और राम राज्य की ओर बढ़ रहा है।”

इस सदी के सबसे बड़े परिवर्तन के केंद्र के रूप में भारत के उभरने पर प्रकाश डालते हुए, धनखड़ ने कहा, “जो लोग बड़ा सोचते हैं, उन्होंने भारत को दुनिया का मुख्य केंद्र (Prestigious Awards) बना दिया है। भारत जैसा कोई दूसरा देश नहीं है। यह मैं नहीं कह रहा हूं – प्रमुख वैश्विक संस्थाएं (Major Global Institutions) इस परिवर्तन को स्वीकार कर रही हैं। एक बड़ा बदलाव, जिसकी पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी, सामने आ रहा है।”

परिवर्तनकारी शासन (Transformational Governance) पर जोर देते हुए, श्री धनखड़ ने देश भर में बुनियादी ढांचे (Basic Infrastructure) और आवश्यक सेवाओं (Essential Services) में अभूतपूर्व विकास (Unprecedented Growth) की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, “क्या आपने कभी सोचा था कि सरकार की मदद से इतनी शक्तिशाली आवाज उठेगी कि हर घर में बिजली (Electricity in the house), गैस कनेक्शन (Gas Connection) और शौचालय (Toilet) की सुविधा होगी? और अब, प्रधानमंत्री ने सौर ऊर्जा प्रणाली (Solar Power System) की भी शुरुआत की है।”

आर्थिक सशक्तीकरण के माध्यम से जीवन बदलने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा, “मैं प्रफुल्ल जी से मुद्रा ऋण के लिए यहां एक छोटा सा शिविर आयोजित करने का अनुरोध करता हूं। एक बार जानकारी मिलने के बाद, लोगों को एहसास होगा कि भारत सरकार (Government of India) के पास उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की नीति है, जो न केवल स्वरोजगार (Self Employment) को सक्षम बनाती है बल्कि दूसरों को भी रोजगार प्रदान करती है।”

इस बात पर जोर देते हुए कि शिक्षा आज सबसे बड़े बदलाव का केंद्र है, श्री धनखड़ ने सभी से अपने बच्चों की शिक्षा को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “मैं आप सभी से अनुरोध करता हूँ कि अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। शिक्षा आज सबसे बड़े परिवर्तन का केन्द्र है।”

जल (Water), थल (Land), नभ (Sky) और अंतरिक्ष में भारत की समग्र प्रगति पर जोर देते हुए, श्री धनखड़ ने नागरिकों से राष्ट्र की उन्नति में अपने योगदान पर निरंतर चिंतन करने का आग्रह किया और कहा, “हम रामराज्य की ओर बढ़ रहे हैं और हममें से प्रत्येक इस यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।”

इस अवसर पर केंद्र शासित प्रदेश (Union Territories) डीएनएचएंडडीडी (DNH & DD) और लक्षदीप (Lakshadweep) के माननीय प्रशासक (Honorable Administrator) श्री प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) और अन्य गणमान्य व्यक्ति (Other Dignitaries) भी उपस्थित थे।

Chanchal Gole

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