बालासोर ट्रेन हादसा : बालासोर की ट्रेन दुर्घटना ने देश के साथ ही विदशी लोगों को भी झकझोड़ दिया है। रूस ,पाकिस्तान समेत कई देशों ने इस दुर्घटना पर गहरी संवेदना प्रकट की है। इसी बीच आज दोपहर बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी अपनी रेस्क्यू टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंची है। हालांकि रेस्क्यू टीम पहले ही यहाँ पहुँच गई थी। इस टीम में 40 डॉक्टरों के साथ कई पारा मेडिकल स्टाफ बह हैं। इसके साथ ही 110 एम्बुलेंस भी यहाँ पहुंचकर ओडिशा सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
ममता बनर्जी घटना स्थल पर स्थित को देखकर चौंक गई। उन्होंने कहा कि जिस तरह की दुर्घटना हुई है उससे लगता है कि कोई पांच सौ से ज्यादा लोगों की मौत हुई होगी। और ये मौत बढ़ भी सकती है। लेकिन मौके पर मौजूद रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि अभी तक 238 लोगो की मौत हुई है। इसके बाद ममता ने कहा कि बहुत से शव अभी भी ट्रेन के डिब्बे में फंसे हुए हैं लेकिन रेल मंत्री ने कहा कि बचाव अभियान ख़त्म हो गया है अब कोई भी शव दबा नहीं है। वैष्णव ने कहा कि घायलों को बालासोर ,भद्रक और कटक के अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा गया है।
ममता ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस देश की सबसे अच्छी ट्रेन है। मैं तीन बार रेल मंत्री रही। मैंने जो देखा है उससे मुताबिक यह हादसा 21 वी सदी की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना है। इस तरह के मामले रेल के सुरक्षा आयोग को सौपे जाते हैं और वे जांच करते हैं। ममता ने आगे कहा कि इस ट्रेन में कोई एंटी डिवाइस नहीं था। अगर डिवाइस ट्रेन में होता तो ऐसा नहीं होता। मरने वालों को वापस तो नहीं लाया जा सकता लेकिन अब हमारा काम बचाव अभियान और सामान्य स्थिति को बहाल करना है।
जीरो ग्राऊंड पर पहुंचकर ममता ने हादसे पर सन्देश जताया। ममता को आशंका है कि मरने वालों की संख्या पांच सौ से अधिक हो सकती है। यह बात ममता ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा। ममता ने कहा कि यह भयानक हादसा कैसे हुआ कोई तो वजह होगी ?उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रेन में कोई अंत डिवाइस नहीं होने की वजह से यह सब हुआ है। ममता ने बंगाल की तरफ से कई मदद करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी दुर्घटना के लिए रेल की तरफ से 15 लाख रुपये का भुगतान किया जाता है। अब यह शायद दस लाख हो गया है। हमारा राज्य भी मरने वाले के परिवार को पांच लाख देगा।
Read also: नदी को पार करके भंडारा खाने गईं दो बहनों की नदी में डूबने से हुई मौत, परिवार में कोहराम
ममता ने यह भी कहा कि लगता है कि रेल मंत्रालय ठीक से काम नहीं कर रहा है। विशेष निगरानी की जरुरत है। मंत्रालय के बीच कोई तालमेल नहीं है। पहले रेल का अलग बजट होता था लेकिन अब ऐसा नहीं है।