Jharkhand News: झारखंड में हेमंत सोरेन (Hemant soren) के त्यागपत्र देने के बाद चंपई सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार का गठन भले ही हो गया है, मगर संकट के बादल अभी तक छंटे नहीं हैं। सोमवार को बहुमत परीक्षण का दिन हैं। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन (Chief Minsiter champai soren)का दावा हैं कि उनके पास बहुमत है। लेकिन बीजेपी (BJP) कह रही है कि झारखंड में अभी खेल होना बाकी है। दोनों तरफ से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।
झारखंड की राजनीति के लिए सोमवार यानि आज 5 फरवरी का दिन बेहद अहम है। विधानसभा के विशेष सत्र में चंपई सोरेन को बहुमत हासिल करना है। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की ओर से दावा किया गया है कि 82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में एक सीट खाली रहने के बावजूद सत्तापक्ष को 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। वहीं मंत्री आलमगीर आलम का दावा है कि बहुमत का आंकड़ा 48 से 50 के बीच पहुंच सकता हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना भले ही सत्ताधारी गठबंधन बहुमत साबित करने को लेकर आश्वस्त हो, लेकिन जब तक फ्लोर टेस्ट नहीं हो जाता, तब तक जेएमएम सरकार पर राजनीतिक संकट बरकरार है। इस बीच कयास ये लग रहे हैं कि क्या झारखंड में चंपई सोरेन सरकार बचेगी? कहीं चंपई सोरेन के साथ खेल तो नहीं हो जाएगा कोई?
जेएमएम विधायक रामदास सोरेन अस्पताल में भर्ती
सत्ताधारी JMM विधायक रामदास सोरेन विश्वास मत में भाग नहीं लेंगे। JMM नेताओं से मिली जानकारी के अनुसार रामदास सोरेन अस्वस्थ हैं और गुर्दे की समस्या से जूझ रहे हैं। वे दिल्ली के अपोलो इंद्रप्रस्थ अस्पताल में भर्ती हैं।
JMM विधायक चमरा लिंडा को लेकर भी सस्पेंस बरकरार
JMM के एक विधायक रामदास सोरेन बीमार हैं, वहीं JMM के दूसरे विधायक चमरा लिंडा को लेकर भी सस्पेंस बरकरार है। बिशुनपुर के जेएमएम विधायक चमरा लिंडा सत्ताधारी दल की पिछले दिनों हुई किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं लिया। इसके अलावा वे हैदराबाद भी नहीं गए।
BJP विधायक इंद्रजीत महतो भी नहीं पहुंचेंगे
भाजपा विधायक इंद्रजीत महतो भी विश्वास मत में भाग लेने के लिए विधानसभा नहीं पहुंच पाएंगे। इंद्रजीत महतो पिछले 3 सालों से बीमार है और हैदराबाद (hydrabad) के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। वे 3 वर्षां से रांची तक नहीं पहुंच पाए हैं। इस बार भी वे विशेष सत्र में शामिल नहीं हो पाएंगे।
सत्तापक्ष में 48 विधायक और विपक्षी खेमे में 29 विधायक
82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में एक सीट खाली है। पिछले दिनों JMM विधायक सरफराज अहमद ने त्यागपत्र दे दिया था। बहुमत के लिए 41 सदस्यों का समर्थन जरूरी है। मगर सत्तापक्ष को 48 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इसमें जेएमएम के 29, कांग्रेस के 16, आरजेडी के 1, झाविमो के 1 और सीपीआई एमएल के 1 विधायक शामिल हैं। वहीं विपक्षी खेमे में बीजेपी के 25, झाविमो के 1 और आजसू पार्टी के दो विधायक शामिल हैं। इसके अलावा दो निर्दलीय विधायक सरयू राय और अमित यादव को भी विपक्षी खेमे में ही माना जा रहा हैं। एनसीपी के कमलेश सिंह ने भी पिछले दिनों जेएमएम सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। इस तरह से विपक्षी खेमे में 32 विधायक साथ आ सकते हैं।
हेमंत सोरेन विश्वास मत में शामिल होंगे
हेमंत सोरेन (Hemant soren) आज विशेष सत्र के विश्वासमत में शामिल होंगे। अदालत ने उन्हें विश्वासमत के दौरान सदन में शामिल होने की अनुमति दी है। न्यायालय की ओर से निर्देश है कि वे मीडिया से बातचीत नहीं करेंगे। जबकि विधानसी में हेमंत सोरेन अगली कतार में बैठेंगे।