बेटी को जन्म देने के बाद 5 साल तक क्यों Depression में रहीं ये Actress, खुलासा सुनकर चौंक जायेगे आप !
'कहानी घर घर की' की एक्ट्रेस श्वेता कवात्रा (Shweta Kawatra) ने अपनी बेटी को जन्म देने के बाद 5 साल तक पोस्टपार्टम डिप्रेशन (Depression) से जूझने का खुलासा किया। स्वेता ने यह भी बताया कि उसने परामर्श का कोर्स (Counseling Course) क्यों लिया!
टी.वी अभिनेत्री, श्वेता कवात्रा (Shweta Kawatra) एक समय की लोकप्रिय एक्ट्रेस मानी जाती थी, ‘कहानी घर घर की’ टीवी सीरीयल में ‘पल्लवी’ के रूप में किरदार निभाकर उन्होंने घर-घर में अपनी पहचान बनाई थी.फिलहाल श्वेता क्वात्रा (Shweta Kawatra) ने अपनी प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के बाद के संघर्ष को लेकर मीडिया से बात की. साथ ही, फिलहाल कैसे वो अपनी पढ़ाई पूरी करे इसके बारे में सोच रही है. माना जा रहा है कि एक्ट्रेस काउंसलर (Actress Counselor) भी बन गई हैं। लेकिन फिलहाल उन्होंने इसके बारे के में कई खुलासा नहीं किया है वों कहती हैं, ‘मैं अभी तक काउंसलर नहीं हूं. मैं आगे पढ़ाई करने की योजना बना रही हूं और परामर्श को एक ट्रेनिंग के रूप में अपनाऊंगी और इसे अपने पेशे – एक्टिंग के साथ लेकर चलूंगी’
‘श्वेता क्वात्रा का प्रेग्नेंसी के बाद डिप्रेशन
आपको बता दें कि,2012 में श्वेता क्वात्रा को एक बच्ची का आशीर्वाद मिला था, बेटी का नाम स्वेता ने ज़हरा रखा. हालांकि, अपनी बेटी को जन्म देने के बाद, श्वेता क्वात्रा (Shweta Kawaatra) के पास पर्सनल ट्रेनिंग का एक प्रमाण भी है. एक तरीके से किया गया पालन-पोषण और इमोशनल बिहेवियर थेरेपी (आरईबीटी) में उनके पास अनुभव है. अपने विषय में एम.ए. करने की अपनी योजनाओं के बारे में बात करते हुए वह कहती हैं,की पहले मैं एक काउंसलर, एक मनोवैज्ञानिक और एक मनोचिकित्सक के बीच के अंतर को भी नहीं जानती थी. लेकिन अब मैं बेहतर ढंग से काउंसलर बन चुकी हूं. काउंसलिंग एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है अगर एक काउंसलर सही एजुकेशन और अनुभव से भरपूर नहीं है, तो वह रोगी को पहले से ज्यादा बीमार कर देगा. इसलिए, मैंने पारंपरिक Traditional रास्ता चुना है. मैंने 2020 में आधिकारिक तौर पर पेरेंटिंग कोर्स (Parenting Course) करना शुरू कर दिया था ‘
डिप्रेशन (Depression) से गुजर चुकी हैं श्वेता
श्वेता खुद को डिप्रेशन (Depression ) सर्वाइवर बताती हैं वह कहती हैं, ‘प्रेग्नेंसी के बाद डिप्रेशन का अनुभव करने के बाद मैं अब जीवन को पहले की तरह लापरवाही से नहीं देखती. अधिकांश ‘डिप्रेशन’ शब्द का इस्तेमाल अलग तरीके से करते हैं. यह हमारे शरीर में एक रासायनिक परिवर्तन Chemical Changes होते है और न केवल एक नीची भावना या कुछ ऐसा है जो बोरियत से पैदा होती है है. इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं. जो मैंने पांच साल तक झेला। जबकि इस दौरान मेरे साथ मेरे पति मानव गोहिल (Manav Gohil) और परिवार का समर्थन था, उनके लिए यह समझना मुश्किल था कि मैं क्या कर रही थी. मैं सही चीजों के साथ दूसरों की मदद करना चाहती थी, इसलिए बीमारी को समझने के लिए पढ़ाई अगला कदम बन गया.
‘मानसिक स्वास्थ्य को दबाने की जरूरत नहीं‘
श्वेता मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को दबाने की सलाह नहीं देती हैं. श्वेता ने आगे कहा, ‘”अपनी क्षमता में मैं पर्सनल चिंताओं को दूर करने के लिए स्वेच्छा से काम करती हूं। मैं उनके संघर्षों को सुनती हूं और उन्हें एक सही मदद करती हूं। अगर मुझे रेड फ्लैग दिखाई देते हैं, तो मैं उन्हें एक मनोवैज्ञानिक या मनोचिकित्सक के पास भेजती हूं।’
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फ्लाइट में हुई थी बदतमीजी की शिकार
आपको बता दें कि श्वेता कवात्रा अपने एक वीडियो को लेकर चर्चा में आई थीं, जिसमें उन्होंने एयरलाइन (Airline) कंपनी के स्टाफ पर आरोप लगाया था. उनका कहना था कि स्टाफ ने उनके साथ बद्तमीजी की. उस वक्त एयरपोर्ट पर अपनी बेटी के साथ 26 से 30 घंटे तक फंस गई थीं. उस समय पर उनका लगेज भी मिसिंग था और किसी ने उनकी सहायता नहीं की थी.