Asthma News: 2 मई को हर साल विश्व अस्थमा दिवस मनाया जाता है. ताकि देश-विदेश के संगठन इस दिन के जरिए लोगों को बीमारी के प्रति जागरूकता पैदा की जा सके. आज हम बताएंगे अस्थमा के लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.
अस्थमा के मरीजों की संख्या दुनियाभर मे तेजी से बढ़ते जा रही है. खांसी, सांस लेने में दिक्कत जैसी दिक्कतें अस्थमा के मरीज को परेशान करती हैं. NCBI की एक रिपोर्ट में वर्ल्ड हेल्थ आँर्गेनाइजेंशन (WHO) के आंकड़ों का जिक्र किया गया. WHO का कहना है कि करीब 300 मिलियन लोगों को अस्थमा है और साल 2005 में करीब 255000 लोगो की अस्थमा सें मौत हुई. इसके केस low and lower middle income वाले देशों में ज्यादा देखे जाते हैं.
Asthma Symptoms क्या है अस्थमा के लक्षण
अस्थमा का सबसे मुख्य लक्षण खांसी है और अगर किसी को रात में लगातार खांसी हो रही हो तो उसे तुरंत जांच करवानी चाहिए.
क्या होता है?अस्थमा
अस्थमा के होने के पीछे कई कारण होते हैं जिनमें जेनेटिक, Virus infection, एलर्जी का होना आम है. इसके पेशेंट को एक्सरसाइज, एलर्जी, environmental समस्या या कुछ खास दवाओं की वजह से अस्थमा का अटैक आ सकता है.
अस्थमा के प्रकार और इलाज
अस्थमा की बीमारी को खत्म करना मुश्किल है, लेकिन कई तरीकों सें इसके असर को कम किया जा सकता है. अस्थमा के भी कई प्रकार होते हैं और इसके इलाज में उम्र व टाइप दोनों का ख्याल रखा जाता है. नॉन एलर्जिक, ऑक्यूपेशनल, ,exercise induced bronchoconstriction एस्पिरिन, कफ और नोक्टर्नल अस्थमा Nocturnal asthma के टाइप माने जाते हैं.
Read Also: latest News about Asthma and Updates in News Watch India
जिन्हें इंटरमिटेंट intermittent अस्थमा होता है उन्हें लक्षण बहुत कम नजर आते हैं और ऐसे मरीज हफ्ते या महीने में 2 दिन तक परेशान रहते हैं. mild asthma के मरीजों को हफ्ते या महीने में 4 दिन तक दिक्कत ज्यादा परेशान करती है. इसके अलावा exercise करते समय अस्थमा का अटैक आ सकता है. अस्थमा के मरीजों को हमेशा अपने पास inhaler रखने की सलाह दी जाती है. अगर इसके इस्तेमाल के बाद 20 मिनट के अंदर लक्षण कम होते न दिखे तो तुरंत डॉक्टर(Doctor) से इलाज करवाना चाहिए. आयुर्वेद के कई देसी नुस्खों से अस्थमा के असर को कम किया जा सकता है