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Yogi Govt. Action against Corruption: पंचायती राज विभाग के 5 अफसर निलंबित, कई की सेवाएं समाप्त

अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह द्वारा जारी आदेश पर पंचायत राज उप निदेशक अभय कुमार शाही, कानुपर देहात की पूर्व जिला पंचायतराज अधिकारी अभिलाष बाबू, कानपुर देहात के ग्राम पंचायत के ग्राम सचिव राजीव द्विवेदी व पुनीत कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इनके अलावा जिला पंचायत राज कार्यालय में तैनात रहे पटल सहायक सुनील कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिये गये हैं।

लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ (Yogi Govt. Action against Corruption) बड़ी कार्रवाई की है। कानुपर देहात में करोड़ों के घपले में पंचायती राज विभाग के 5 अफसर निलंबित कर दिया है। इससे साथ ही विभाग में तैनात पांच अधिकारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गयी हैं। समाप्त किये गये अधिकारियों में 3 जिला व 2 राज्य स्तरीय कंसलटेंट हैं।


इसके अलावा तीन बड़े अधिकारियों से जवाब तलब किया गया हैं। जिन आला अफसरों से जवाब तलब किया गया हैं, उनमें पंचायत राज के निदेशक अनुज झा, डीएम कानपुर नेहा जैन व सीडीओ सौम्या पांडेय कानुपर देहात शामिल हैं। इनके अलावा जिन पांच लोगों को सेवाएं समाप्त की गयी हैं। इनमें 3 जिला कंसलटेंट विमल पटेल, शैलेष श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार व 2 राज्य स्तरीय कंसलटेंट विशेषज्ञ पीएफ गुप्ता व राहुल गुप्ता शामिल हैं।

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अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह द्वारा जारी आदेश पर पंचायत राज उप निदेशक अभय कुमार शाही, कानुपर देहात की पूर्व जिला पंचायतराज अधिकारी अभिलाष बाबू, कानपुर देहात के ग्राम पंचायत के ग्राम सचिव राजीव द्विवेदी व पुनीत कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इनके अलावा जिला पंचायत राज कार्यालय में तैनात रहे पटल सहायक सुनील कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिये गये हैं।


बता दें कि कानुपर देहात में वित्तीय वर्ष 2021-2022 में स्वच्छता भारत मिशन ग्रामीण के दूसरे चरण में ओडीएफ प्लस ग्रामों में ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन निर्माण के आयी धनराशि में अनियमितता करके करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया था। ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन निर्माण के लिए 347 ग्राम पंचायत के लिए 6.13 करोड़ का कैश क्रेडिट लिमिट (सीसीएल) 30 नवंबर, 2021 को जारी हुआ था। इसके प्रयोग में भ्रष्टाचार करके अनियमितता बरती थी। इस कारण यह कार्रवाई की गयी है।

Shubham Pandey। Uttar Pradesh Bureau

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