नई दिल्ली: फूड डिलीविरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के शेयर में लगातार गिरावट जारी है. डिजिटल किराना कंपनी ब्लिंकिट (Blinkit) को खरीदने की अनुमति के बाद जोमैटो के शेयर गुरुवार को लगातार चौथे दिन भी गिर गये. जिसके बाद कंपनी काफी ज्यादा परेशान दिख रही है. बता दें कि जोमौटो बोर्ड (Zomato Board) ने 4,447.5 करोड़ रुपये में ब्लिंकिट को खरीदने की मंजूरी थी.
जोमैटो (Zomato) के निवेशकों के बीच निराशा है और शेयर में लगातार बिकवाली देखी जा रही है. इस सप्ताह के पहले चार दिन में जोमौटो का शेयर (Zomato) 25 फीसदी लुढ़क गया है.
जोमैटो का शेयर गुरुवार को 4 फीसदी तक गिरकर 55 रुपये से नीचे पहुंच गया, जबकि बुधवार को 57.30 रुपये पर क्लोज हुआ था. हालांकि, आज (शुक्रवार) मार्केट के खुलने के बाद थोड़ी सुधार दर्ज की गई है. बीते शुक्रवार को Blinkit की डील की एनाउंसमेंट वाले दिन शेयर 70.50 रुपये पर बंद हुआ था. हालांकि आज इसमें थोड़ी रिकवरी हुई है. शुक्रवार को दोपहर के कारोबार में Zomato का शेयर करीब 3 फीसदी की तेजी के साथ 55.40 रुपये पर कारोबार कर रहा था.
एक्सपर्ट का मानना है कि ब्लिंकिट डील जोमैटो कारोबार के मुनाफे में काफी ज्यादा बड़ी बाधा बन सकती है. ब्लिंकिट को खरीदने की डील होने के बाद जोमैटो को मुनाफे में आने में बहुत ही ज्यादा समय लग सकता है. फिलहाल इस गिरावट के बावजूद ब्रोकरेज हाउस जोमैटो के शेयर को खरीदने का आइडिया दे रहे हैं.
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जेएम फाइनेंशियल को ये लगता है कि इसका शेयर 115 रुपये तक जा सकता है. एडलवाइज ( Edelweiss) ने 80 रुपये के टारगेट के लिए जोमैटो के शेयर खरीदने की एडवाइज दी है. जोमैटो के लगातार गिरते शेयर की वजह से निवशकों को 11,680 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. चार दिनों में इसका मार्केट कैपिटल 47,366 करोड़ रुपये से घटकर 35,686 करोड़ रुपये हो गया है. कंपनी जब साल 2021 में अपना आईपीओ लेकर आई थी, तब शेयर का इश्यू प्राइस 76 रुपये था. उस वक्त कंपनी ने निवेशकों करीब 122 फीसदी का रिटर्न दिया था. कंपनी का शेयर 169 रुपये तक पहुंच गया था, लेकिन अब जोमैटो का शेयर अपने हाई प्राइस से करीब 68 फीसदी नीचे ट्रेंड कर रहा है.