Eye Flu Home Remedies: इन दिनों देशभर में बारिश ने तो तबाही मचाई ही रखी है लेकिन बारिश के साथ-साथ आई कई बीमारियों से में लोगों को जूझना पड़ रहा है। इन बीमारियों में अभी जो सबसे ज्यादा फैल रही है वो है आई फ्लू (Eye Flu). इन दिनों आई फ्लू का प्रकोप बहुत फैला हुआ है, जिसकी वजह से लोगों की आंखों में लालिमा है और तेज दर्द हो रहा है। ऐसे में अपनी आंखों को तुंरत राहत देने के लिए आप कुछ घरेलू उपाय कर सकते है जो आपको राहत पहुचाएंगे। साथ ही हम आपको ये भी बताएंगे की आखिर आई फ्लू के लक्षण क्या होते है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
आई फ्लू क्या है? – What is Eye Flu in Hindi
बारिश के दिनों में राजधानी दिल्ली ही नहीं बल्कि देश के कई राज्यों में आई फ्लू (Eye Flu) फैल रहा है। आई फ्लू को मेडिकल भाषा में पिंक आई इन्फेक्शन (Pink Eye) या कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) भी कहा जाता है और इस बीमारी का मुख्य कारण बारिश और बाढ़ है। बारिश के दिनों में कई तरह की बीमारी फैलने का डर रहता है जिनमें से एक आई फ्लू है।
क्या है आई फ्लू के लक्षण – Eye Flu Symptoms in Hindi
अगर आई फ्लू के लक्षणों की बात करें, तो आई फ्लू के प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-
- सुबह उठने पर आंखों का चिपकना
- आंखों में कीचड़ ज्यादा आना
- आंखों का लाल हो जाना
- आंखों में सूजन आना
- आंख जलन, चुभन और दर्द की समस्या होना
- आंख से पानी आना और खुजली
यह संक्रमण कम से कम एक हफ्ते तक बना रहता है। संक्रमण बढ़ने पर मरीज को देखने में परेशानी हो सकती है।
Eye Flu से बचाव के तरीके – Eye Flu Prevention in Hindi
- बारिश में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- नियमित रूप से हाथ को साबुन से धोये।
- गंदे हाथ से आंखों को छूने से बचें।
- कपड़े, तौलिया, टूथब्रश और मेकअप की चीजों को दूसरे के साथ शेयर न करें।
- सार्वजानिक जगहों पर दरवाजों के हैंडल, या किसी भी सतह को छूने से बचें।
- आंखों पर काला चश्मा या सनग्लास लगाएं।
आई फ्लू कैसे फैलता है?
आमतौर पर आई फ्लू गंदगी, धूल-मिट्टी आदि वजह से होने वाली एलर्जी की वजह से होती है। सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि यह आई टू आई कांटेक्ट से तेजी से फैलता है। इसके अलावा मरीज के किसी के संपर्क में आने से भी यह फैल सकता है।
Eye Flu से राहत के घरेलू उपाय – Eye Flu Home Remedies in Hindi
ये तो रही आई फ्लू के लक्षण पहचानने की बात। अब हम आपको बताते है की कैसे कुछ घरेलू उपाय अपनाकर आप इस समस्या से कुछ राहत पा सकते हैं।
आंखों पर करें गर्म पानी की सिकाई
सबसे पहला उपाय है आंखों पर गर्म पानी की सिकाई करना। अगर आपकी आंखों में जलन, दर्द, चुंभन हैं, तो गर्म सिकाई से आपको राहत मिल सकती है। गर्म पानी की सिकाई करने से आई फ्लू में आराम मिलता है। इससे आंखों के आसापास आयी सूजन भी कम होती है। इस उपाय को करने के लिए आपको एक कटोरी पानी गर्म करना है उसके बाद एक कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर और उसे निचोड़ कर उस कपड़े से धीरे-धीरे से अपनी आंखों की सिकाई करना है। याद रहें पानी बहुत गर्म न हो। उपयोग किया जाने वाला कपड़ा साफ होना चाहिए और कपड़ा इस्तेमाल किए जाने के बाद उसे धोकर दूसरे के संपर्क से दूर रखें।
ठंडे पानी की सिकाई
Read: Health Update in Hindi | News Watch India
दूसरा है ठंडे पानी की सिकाई। बर्फ आसानी से सभी के घर पर मिल जाती है। ऐसे में ठंडे पानी की सिकाई भी आपको काफी राहत पहुंचाएगी। इसके लिए आपको एक कटोरी में कुछ आइस क्यूब्स लेनी है। उसके बाद इस ठंडे पानी कपड़े को भिगोकर धीरे-धीरे अपनी आंखों पर सिकाई करनी है। ध्यान रहे सिकाई हल्के हाथों से ही करें आंखों को ज्यादा जोर से न दबाएं और ना ही सीधे अपनी आंख या पलक पर बर्फ न लगाएं। इस उपाय को करने से आपकी आंखों की सूजन कुछ कम हो सकती है।
सेलाइन वाटर से करें उपाय
ये उपचार आई फ्लू के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। आंखों को नैचुरल तरीके से साफ करने का एक बेहतरीन उपाय है। सेलाइन वाटर (Saline water) में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं और यही वजह है कि यह आई फ्लू जैसे आंखों के इन्फेक्शन के लिए बहुत बढ़िया इलाज है। ये आई ड्रॉप्स की तरह काम करता है। किसी भी फार्मेसी से इस सेलाइन सॉल्यूशन को खरीदा जा सकता है।
कैस्टर ऑयल भी है उपयोगी
कैस्टर ऑयल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इसके इस्तेमाल से आंखों की सूजन और जलन कम होती है। ये उपाय करने के लिए आप अपनी आंखों के आसपास कैस्टर ऑयल लगाएं। इसके बाद कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर अपनी पलकों पर लगभग 10 मिनट तक रखें। जल्दी आराम पाने के लिए दिन में दो बार ऐसा करें।
ग्रीन टी बैग
आई फ्लू में तेज दर्द, सूजन और जलन होती है। ऐसे में आंखों की इस समस्या में कुछ राहत पाने के लिए टी बैग का उपयोग करें। कुछ तरह की चाय में एंटी इंफ्लेमेटरी और सूथिंग यानी आराम देने वाले गुण पाए जाते हैं। ग्रीन टी, कैमोमाइल, रूइबोस और ब्लैक टी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यदि स्थिति गंभीर हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।