नई दिल्ली: सेना में भर्ती होने के लिए केन्द्र सरकार की नई अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार के कई संगठनों के आह्वान पर भारत बंद रखा गया। दूसरी ओर सरकार ने हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है। भारत बंद के देखते हुए यूपी, बिहार, झारखंड, केरल, पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ आदि राज्यों में हाई अलर्ट रखा गया। बिहार की हिंसक वारदातें जारी रहने के मद्देनजर वहां तीसरे दिन भी 20 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं।
ये भी पढ़ें- Agnipath Scheme Protests: सेना में केवल अग्निवीरों की ही भर्ती, हिंसा में शामिल होने वाले सेना में नहीं जा सकते
भारत बंद के चलते दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के शहरों में विशेष सुरक्षा प्रबंध किये गये हैं। दिल्ली से सटे नोएडा में धारा 144 लागू की गयी है। यहां औद्योगिक इकाईयों में अवकाश न होने पर कंपनी में ड्यूटी पर आने वाले कर्मचारियों पर विशेष नजर रखी गयी, ताकि उनकी आड़ में असामाजिक तत्व किसी भी तरह की अशांति पैदा करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र में प्रवेश न कर सकें। इस कारण दिल्ली पुलिस ने सुबह से ही दिल्ली के बार्डरों पर बैरिकेटिंग लगाकर आने जाने वालों की चैंकिंग की। इसी वजह से दिल्ली-नोएडा के पास अक्षरधाम और गुरुग्राम से दिल्ली आने वाले रास्ते रजोकरी बार्डर पर लंबा जाम देखने को मिला। इससे हजारों लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
उधर बिहार में रेलवे की सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने से रोकने के लिए राजकीय रेलवे पुलिस व रेलवे सुरक्षा बलों के अधिकारियों को विशेष सर्तकता बरतने के लिए कहा गया है। उत्तर प्रदेश में भी विशेष सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं। इस मामले में सियासत भी जमकर हो रही है। सरकार का कहना है कि मोदी सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध सेना में भर्ती करने वाले युवा नहीं कर रहे हैं, बल्कि इनकी आड़ में भाजपा विरोधी दल राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता आगजनी, तोड़फोड़ और उपद्रव करके देश में तनाव पैदा कर रहे हैं, जबकि विपक्षी दलों के नेता मोदी सरकार पर इस योजना को वापस लेने के लिए दवाब डालने में लगे हुए हैं।