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जानें हिन्दू नव वर्ष में शनि का प्रकोप, इन 3 राशि वालों को धनलाभ के साथ तरक्की के भी प्रबल योग

आमतौर पर शनि को पापी और क्रूर ग्रह कहा जाता है, लेकिन ऐसा मानना सही नहीं है। दरअसल शनि देव व्यक्ति को उसके कर्मों अनुसार फल देते हैं। यदि कोई व्यक्ति अच्छा कर्म करता है, तो शनि के अच्छे फल और बुरे कर्म वालों को शनि दंडित करते हैं। शनि को कर्म फलदाता नाम से भी जाना जाता है।

नई दिल्ली: करीब ढाई साल बाद अप्रैल 2022 यानी हिन्दू नव वर्ष की पहले शनिवार से शनि की स्थिति परिवर्तित हुई है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह जब भी अपना राशि बदलता है, तो लोगों पर इसका व्यापक प्रभाव पड़ता है। शनि एक ऐसा ग्रह है, जिससे लोग काफी भयभीत रहते हैं।

अच्छे और बुरे दोनों तरह के कर्मों का फल देते हैं शनिदेव
हिन्दू नव वर्ष

क्रूर नहीं हैं शनि देव

यदि किसी की आर्थिक स्थिति खराब हो या कोई दूसरी बड़ी परेशानी हो, तो ज्योतिषाचार्य कहते हैं कि शनि के प्रकोप से ऐसी स्थिति बनी है। माना जाता है कि शनि एक पापी और क्रूर ग्रह है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। शनि हमें कर्मों के अनुसार फल देते हैं। यदि कोई व्यक्ति अच्छा कर्म करता है, तो शनि अच्छे फल देते हैं, लेकिन बुरे कर्म करने वालों को कष्ट देकर दंडित करते हैं। शनि देव को कर्म फलदाता भी कहा जाता है।

ग्रहों के मंत्रिमंडल का गठन

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हिन्दू नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 2079 की शुरुआत हो चुकी है। इस वर्ष के संवत्सर का नाम राक्षस है। मंगल से ग्रहों की सत्ता शनि के हाथों में आ गई है। शनिवार से शनि ग्रहों के राजा बन गए हैं, वित्त मंत्रालय उन्हीं के आधीन हैं। इसके साथ ही नए ग्रहों के मंत्रिमंडल का भी गठन हो चुका है। इस वर्ष बारिश होने के दो योग बन रहे हैं। देश के कुछ भागों में वर्षा होगी, वहीं कुछ भागों में सूखा पड़ने की आशंका है। इस वर्ष देश के कुछ महत्वपूर्ण लोगों का निधन भी हो सकता है।

किस ग्रह के पास कौन सा विभाग

राजा का पद तो शनि ग्रह को मिला है, जबकि मंत्री गुरुदेव बृहस्पति हैं। सुख, सुविधा और वैभव का मालिक सूर्य है। दवा, बाज़ार और औषधि का विभाग सूर्य के पास है। यह काफी अच्छा संयोग है कि शुक्र को ही स्वास्थ्य की जिम्मेदारी दी गई है। वर्षा का मालिक बुध को बनाया गया है।  

शनि का राशि परिवर्तन 2022

हिंदू पंचांग के अनुसार 29 अप्रैल 2022 को शनि मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इसका सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। हालांकि 12 में से तीन राशि वालों को शनि के राशि परिवर्तन का विशेष लाभ होगा।

शनि देव 12 जुलाई तक कुंभ राशि में रहने के बाद फिर से मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। साल 2022 में आठ राशियों पर शनि की नज़र रहेगी। चार राशि मेष, वृषभ, सिंह और कन्या वाले शनि की दशा से मुक्त रहेंगे।

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Pramod Sharma

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