नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने वर्षों से अपनी पहचान बदलकर रह रहे एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो 100 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के 46 केसों में भगोड़ा घोषित था। पिछले छह माह से क्राइम ब्रांच उसे गिरफ्तारी की कोशिश में लगी थी। गिरफ्तार व्यक्ति ने चंद सालों में ही 100 करोड़ कमाये, लेकिन अब उसे अपना जीवन सलाखों के पीछे गुजारना होगा।
गिरफ्तार किये गये व्यक्ति का नाम ओमा राम मारवाड़ी है। वह जोधपुर (राजस्थान) का रहने वाला है। बारहवीं तक पढा लिखा ओमा राम मारवाड़ी 2004 में बीएसएफ में कुक भर्ती हुआ था, लेकिन उसे अमीर बनने की गहरी चाह थी, इसलिए दो साल बाद 2006 में उसने बीएसएफ से नौकरी छोड़ दी थी और सिक्योरिटी कंपनी खोली और 60 लोगों को नौकरी पर रखा। एक साल बाद ही ओमा राम मारवाड़ी ने अपनी यह कंपनी एक्स सर्विसमैन राकेश मोहन को बेची दी और 2007 में एक दूसरी मार्केटिंग कंपनी खोलकर 2011 तक हजारों लोगों के साथ ठगी करके 100 करोड़ से अधिक रुपये कमाये। इसी बीच राजस्थान में उसकी कंपनी के खिलाफ 49 धोखाधड़ी के मामले दर्ज हुए।
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पुलिस की पकड़ से बचने के लिए ओमा राम मारवाड़ी कंपनी को रातोरात बंद करके चुपके से इंदौर भाग गया और वहां कई तरह के व्यापार किये, लेकिन उनमें उम्मीद के अनुसार कमाई न होने पर वहां से भागकर दिल्ली आकर प्रॉपर्टी डीलिंग व दूसरे धंधों से जुड़ गया। इस दौरान वह 2020 में एक युवती से बलात्कार करने भी गिरफ्तार हुआ, तो उसने अपना नाम राम मारवाड़ी बताया। वह हर नई जगह पर अपना नाम बदल लेता था। दिल्ली में उसके रहने के इनपुट पर उसकी गिरफ्तारी की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपी गयी और छह माह तक उसका सुराग लगाने को कोशिशों के बाद अब उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।