नई दिल्ली: मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से, संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, तौलिया, बिस्तर जैसी चीजों का इस्तेमाल करने से, संक्रमित जानवर के काटने से, उसके खून, शरीर के तरल पदार्थ को छूने से फैलता है. इसकी वजह से प्रजनन अंगों को नुकसान, आंख की कार्निया पर भी असर, त्वचा, आंख, नाक और मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश, त्वचा पर चकत्ते या छाले आमतौर पर चेहरे पर और म्यूकस में ब्रेन को क्षति पहुंचाते हैं.
दुनिया भर में कोरोना वायरस के बाद अब मंकीपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पूरी दुनिया में फैले इस वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है. अब तक पांच लोग संक्रमित पाए गए हैं. इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनिया भर में इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित ग्रुप को लेकर खुलासा किया है. WHO ने कहा है कि इस वायरस से सबसे ज्यादा वह पुरुष प्रभावित हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाते हैं.
ये भी पढ़ें- Corona Virus Update: कोरोना के आंकड़ों ने पकड़ी रफ्तार, जानें कितने लोगों ने तोड़ा दम?
1958 से 1968 के बीच एशिया से आने वाले सैकड़ों बंदरों में कई बार मंकीपॉक्स वायरस फैला. उस समय वैज्ञानिकों को लगा कि ये वायरस एशिया से ही फैल रहा है. मंकीपॉक्स मंकीपॉक्स से संक्रमित शख्स के संपर्क में आने से यह वायरल एक से दूसरे शख्स तक पहुंचता है. खास तौर पर यदि संक्रमित व्यक्ति के शरीर पर उभरे दानों को छूने पर. मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति को छूने के अलावा उसके कपड़े, टॉवल, बिस्तर आदि साझा करने पर भी यह संक्रमण फैलता है. करीब बैठे संक्रमित की छींक या खांसी से निकले ड्रॉपलेट्स से भी यह संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति को हो सकता है.
मंकीपॉक्स के लक्षण संक्रमित होने के 5 से 21 दिन के भीतर दिखाई पड़ते हैं. मंकीपॉक्स संक्रमण के बाद तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, कमर दर्द, ठंड लगना और थकावट जैसे प्राथमिक लक्षण दिखाई पड़ते हैं. इसके बाद शरीर पर चकते और लाल दाने दिखाई पड़ते हैं. चेहरे के अलावा शरीर के दूसरे हिस्सों पर भी यह दिखाई देते हैं. गुप्तांगों पर भी दाने निकलते हैं. कुछ सप्ताह बाद ये लक्षण आमतौर पर ठीक हो जाते हैं.
मंकीपॉक्स के लक्षण
शरीर में सुस्ती आना
खुजली की समस्या होना
बार-बार तेज बुखार आना
पीठ और मांसपेशियों में दर्द
त्वचा पर चकत्ते और दाने पड़ना
गला खराब होना और बार-बार खांसी आना
मंकीपॉक्स से बचाव के तरीके
संक्रमित रोगियों को अलग रखना
साबुन और हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करना
विदेश यात्रा से आने पर अपना चेकअप कराना
संक्रमित के संपर्क में आने के बाद हाथ अच्छे से धोना