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17 माह से नहीं मिला वेतन , दिल्ली के सबसे पुरानी हरदयाल पब्लिक लाइब्रेरी के कर्मचारी भुखमरी के कगार पर

नई दिल्ली: दिल्ली के सबसे पुरानी हरदयाल पब्लिक लाइब्रेरी में कर्मचारी भूखे मरने की कगार पर हैं। इन कर्मचारियों को नहीं पिछले 17 महीने से वेतन नहीं मिला है। कर्मचारियों ने बीजेपी की निगम पार्षद और उसके पति पर घर के और निजी काम कराने के आरोप लगाये हैं। हरदयाल पब्लिक लाइब्रेरी के कर्मचारियों ने सफाई आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत से मिलकर सारे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।

हरदयाल पब्लिक लाइब्रेरी के दर्जनों  कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 17 महीने से वेतन नहीं मिलने से उन्हें अपना घर चलाना मुश्किल हो गया है। उन्हें किसी तरह कर्ज लेकर अपने बच्चों का भरण-पोषण करना पड़ रहा है। कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। बीजेपी निगम पार्षद पूनम पाराशर झा और उनके पूर्व विधायक पति अनिल झा ने अपने बेटे को लाइब्रेरी में लगवाया दिया है, लेकिन 17 महीने से कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिल रही।

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लाइब्रेरी के कर्मचारियों का आरोप है कि पार्षद के बेटे को 2 महीने की सैलरी मिल गई है। एक महिला कर्मचारी ने बीजेपी निगम पार्षद पूनम पाराशर झा पर यहां तक आरोप लगा दिया कि वे उससे लाइब्रेरी का काम न कराकर अपने निजी घरेलू  काम करने के लिए कहा गया।

हरदयाल पब्लिक लाइब्रेरी में कर्मचारियों ने सफाई आयोग के कार्यालय के बाहर धरना देकर वेतना दिलाये जाने की मांग की। अब यह पूरा मामला आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत के संज्ञान में है और उम्मीद जताई जा रही है कि वे उनके मामले में दखल देकर उनका वेतन दिलाने का प्रयास करेंगे।


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