मक्के की खेती कैसे करें, भुट्टे से लेकर दाने तक मोटी कमाई
नई दिल्लीः अक्सर आपको पिज्जा और मिक्स वेज में मक्के के दाने देखने को मिलते हैं। यह खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है। मक्के से बने पॉपकॉर्न को भी बच्चे बहुत चाव से खाते हैं। मक्के का जो अवशेष बचता है, उसे पशुओं को खिलाते है। मक्का विश्व के सभी देशी में उगाई जाने वाली फसल है।
मक्के की खेती विभिन्न मौसमों में की जा सकती है, लेकिन यह गर्मी के लिए ज्यादा उपयुक्त है। मक्के की खेती के लिए शुरुआत में खेत में नमी की आवश्यकता होती है। लवणीय और क्षारीय भूमियां मक्के की खेती के लिए उपयुक्त नहीं मानी जाती है।
मक्के की बुवाई के लिए विधि
मुख्य फसल के लिए बुवाई मई महीने के अंत तक करें।
मक्के की खेती के लिए जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए।
मक्के की खेती को 30 से 40 दिनों तक खरपतवार मुक्त रखना जरूरी है।
पहली सिंचाई बुवाई से 20 दिन के बाद करें।
फसल लगाने के बाद शुरू से अंत तक करीब 6 बार सिंचाई करना चाहिए।
फसल की कटाई
जब भुट्टे को ढकने वाले पत्ते पीले या भूरे होने लगे एवं दानों की नमी 30 प्रतिशत से कम हो जाए तो इसके बाद फसल काट लेना चाहिए। फसल काटते समय पौधा हरा रहता है, तो भुट्टे के अलावा जो अवशेष होता है उसे पशुओं को खिलाने में प्रयोग करें।
मक्के की खेती से कमाई
एक हेक्टेयर खेत में करीब 100 क्विंटल तक मक्के का दाना आसानी से निकाल सकते हैं। यदि आप ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो भुट्टे की शक्ल में भी मक्के को बाजार में बेच सकते हैं। एक भुट्टा करीब आधा किलो का होता है, जो बाजार में 12 या 15 रुपये किलो बिक सकता है। अगर भुट्टे यदि 12 रुपये किलो बिके तो 250 क्विंटल से आपको 3 लाख रुपये तक का फायदा हो सकता है। यानी कि आप साल में मक्के की खेती दो बार करेंगे तो करीब 5 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकते है।