योगी सरकार की इस पहल से बदल जाएगी बुनकरों की हालत
UP News अखिलेश अखिल कहने को आप कुछ भी कहिये लेकिन सच यही है कि देश राजनीति से ही संचालित होता है। और राजनीति वोट की नीति से चलती है। जहां वोट हो वहाँ राजनीति कुलांचे मारती है और वोटर भी राजनीति को डराकर फसल काटने से बाज नहीं आते। लेकिन इस बार यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ राजनीति को पीछे करके कुछ ेउसा काम कर रहे हैं जो अगर आकर ले ले तो सूबे के बुनकरों की हालत बदल सकती है। योगी सरकार ने कुछ ऐसे फैसले लिए हैं ,अगर सचमुच उसे लागू कर दिए जाएँ तो कोई ढाई लाख से ज्यादा पावरलूम बुनकरों की माली हालत बदल जाएगी बल्कि यूपी की हालत भी सुधर सकती है। खबर है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पावरलूम बुनकरों को सौर ऊर्जा के जरिए काम करने करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। पावरलूम बुनकरों को सोलर पैनल देने के लिए प्रदेश सरकार अभियान शुरू करेगी। साथ ही पुराने तरीके से पावरलूम चला रहे बुनकरों को बिजली बिल में सब्सिडी दी जाएगी। हालांकि इस तरह की बातें अक्सर कही जाती रही हैं लेकिन कभी भी कोई भी सरकार बुनकरों की भलाई और उसके उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में आगे नहीं आयी। वादे तो होते रहे लेकिन उन वादों को पूरा नहीं किया गया। अब जब इस बार योगी सरकार सूबे को विकास के पथ पर दौड़ाने को तैयार हैं ,तब योगी सरकार ने बुनकरों को आगे बढ़ाने के लिए कई कदम उठाने की बात कही है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पावरलूम बुनकरों को बिजली चोरी रोकते हुए उन्हें बालों में उचित सब्सिडी दी जाए। साथ ही पावरलूम बुनकरों को अपग्रेड करने की योजना पर भी तेजी से काम किया जाए। बुनकरों के उत्पादों को भी आधुनिक बाजार के अनुकूल बनाने में सरकारी मदद दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ढाई लाख से ज्यादा की संख्या में बुनकर पॉवरलूम से जुड़े हुए हैं। यही उनकी आजीविका का मुख्य साधन है। हमें इस व्यवस्था को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी को रोकते हुए प्रदेश के बुनकरों को बिजली के बिल में आवश्यक सब्सिडी दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पॉवर कॉर्पोरेशन इसको लेकर व्यवस्था बनाएं।
पावरलूम बुनकरों को लेकर एमएसएमई बुनकर योजना के संबंध में प्रस्तुतिकरण को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में विशेष ध्यान दिए जाने की जरुरत है। इस दौरान बिजली की खपत और उस पर दी जाने वाली सब्सिडी को लेकर उन्होंने अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुनकरी व्यवसाय से जुड़े प्रदेश के बड़े केंद्र जैसे अम्बेडकर नगर, वाराणसी, मऊ, गोरखपुर, मेरठ आदि जिलों के सम्भ्रांत बुनकर व्यवसायियों से बात की जानी चाहिए और सुधार के लिए उनकी राय सुनी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुनकरों के लिए विद्युत खपत की योजना को नेट बिलिंग के साथ जोड़ते हुए सोलर पावर की दिशा में आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि अभी सोलर पैनल लगाने के लिए बुनकरों को 30000 रुपए तक सब्सिडी दी जा रही हैं। इसके लिए बुनकरों को प्रोत्साहित करते हुए इस परियोजना पर मिशन मोड में कामकिया जाए। साथ ही यह भी ध्यान रखा जाए कि बिजली के उपभोग का मूल्य हर हाल में पावर कारपोरेशन को मिले यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
योगी ने कहा कि प्रदेश के ज्यादातर बुनकर आज भी पुरानी तकनीक पर कार्य कर रहे हैं जबकि बाजार में आज नई तकनीक और डिजाइन आ गयी हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बुनकरों को जल्द से जल्द अपग्रेड करते हुए उनके उत्पादों को समयानुकूल बनाएं। साथ ही उनके डिजाइन पर विशेष ध्यान दिया जाए। अब देखना है कि इस बार की घोषणा पूरी हो पाती है या नहीं। अगर ऐसा हो गया तो निश्चित तौर पर बुनकरों की भलाई होगी। काफी लम्बे समय से बुनकर इसकी मांग भी कर रहे थे। इसके साथ ही यूपी के विकास का जो सपना योगी देख रहे हैं उसमे बुनकरों की सहभागिता भी बढ़ जाएगी। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और इकॉनमी में बढ़ोतरी भी होगी।