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Delhi Liquor Policy Case in Hindi: केजरीवाल की बढ़ी मुश्किलें ,अब ईडी के समन पर जाना होगा !

Delhi Liquor Policy Case in Hindi | ED summons arvind kejriwal

Delhi Liquor Policy Case in Hindi: दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल की मुश्किलें अब और भी बढ़ गई है। अब इस बात की सम्भावना ज्यादा बढ़ती जा रही है कि उनकी गिरफ्तारी अब हो सकती है। हलकी उन्होंने अदालत में अपनी अर्जी भी लगा रखी है लेकिन जिस तरह से ईडी ने आठवीं बार समन जारी किया है, अब उन्हें ईडी के सामने पेश होना होगा और पेश नहीं हुए तो उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। इस बात की सम्भावना ज्यादा बढ़ गई है।

हेमंत सोरेन के साथ क्या हुआ यह सब जानते हैं। ईडी के (Delhi Liquor Policy Case in Hindi) सामान को हेमंत भी दरकिनार करते आ रहे थे लेकिन आठवे समन के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई और आज वे जेल में हैं। क़ानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। कानुनी लड़ाई चलती रहेगी लेकिन बीजेपी ने जो चाह वो तो पूरा हो गया है। आगामी लोकसभा चुनाव में हेमंत सोरेन झारखंड की चुनावी राजनीति से दूर रह सकते हैं और यही बीजेपी की प्लानिंग थी। कुछ यही प्लानिंग केजरीवाल को लेकर भी है।

बता दें कि केजरीवाल को ईडी का आठवा समन मिला है। इससे पहले सात समन को वे दरकिनार कर चुके हैं। उन्होंने और उनकी पार्टी ने ईडी के समन को (Delhi Liquor Policy Case in Hindi) गैरकानूनी बताया है। उन्होंने ईडी से कई सवाल भी किये हैं लेकिन ईडी सवालों का जवाब नहीं दे रही वह लगातार समन जारी करती जा रही है। ऐसा लग रहा है यह सब किसी योजना के तहत किया जा रहा है। जाहिर है अब ईडी भी कोई बड़ी कार्रवाई करने को तैयार है। जैसे -जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है केजरीवाल के ऊपर शिकंजा कसता जा रहा है।

ईडी का कहना है कि MP-MLA कोर्ट में उसकी शिकायत पर जो सुनवाई है वह बिलकुल दूसरे मामले पर है। ईडी ने अदालत में यह याचिका नहीं दी है कि अदालत केजरीवाल को निर्देश दे कि (Delhi Liquor Policy Case in Hindi) वे ईडी के सामने पेश हों। अदालत में केंद्रीय एजेंसी के समन की अनदेखी से जुड़े बड़े मामलों पर सुनवाई होगी। एजेंसी ने कहा है कि जब सीएम की कुर्सी पर बैठे लोग ही समन की अनदेखी करते हैं तो उसका गलत मैसेज जाता है। ईडी ने यह भी कहा है कि केजरीवाल एजेंसी की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। बाधा भी डाल रहे हैं।

बता दें कि दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 16 मार्च को होनी है। लेकिन उससे पहले उन सवालों पर सर्वोच्च अदालत ने ही स्थिति को साफ़ कर दी है। इसलिए विशेष अदालत से (Delhi Liquor Policy Case in Hindi) कोई रहत केजरीवाल को मिलेगी इसकी सम्भावना बहुत ही कम है। आपको बता दें कि ठीक इसी तरह के मामले में तमिलनाडु की सरकार सुप्रीम कोर्ट गई थी केंद्रीय एजेंसियों ने बालू के वैध खनन मामले में तमिलनाडु के कुछ जिला कलेक्टरों को समन और पूछताछ के लिए बुलाया था। तमिलनाडु सरकार ने इसे चुनौती दी थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अभी 27 फरवरी को ही कहा कि एजेंसियों के समन पर सबको हाजिर होने की जरूरत है।

जाहिर है अब केजरीवाल का क़ानूनी रास्ता लगभग बंद हो गया है, और इधर ईडी उसे लगातार गिरफ्त में लेने की कोशिश कर रही है। ऐसे में अब इस बात की सम्भावना बढ़ती जा रही है कि केजरीवाल का जब भी ईडी से सामना होगा उनकी गिरफ्तरी भी हो जाएगी। और यह सब चुनाव से पहले होना है।

अभी रडार पर तीन और लोग है। एक हैं राहुल गाँधी ,दूसरे है अखिलेश यदव और तीसरे हैं तेजस्वी यादव। उम्मीद की जा रही ही कि जैसे ही राहुल गाँधी यात्रा से लौटेंगे उनके ऊपर भी ईडी की फांस होगी। बीजेपी का यह खेल के पीछे की यही कहानी है कि इन नेताओं को भेजकर जनता में यह मैसेज देना है कि बीजेपी ने भ्रष्ट लोगों को जेल (Delhi Liquor Policy Case in Hindi) भेज दिया। इसके साथ ही इन लोगों को जेल जाने से लोगों को मनोबल के समर्थन में एकतरफा वोटिंग होगी।

Akhilesh Akhil

Political Editor

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