Gujarat News (गुजरात समाचार)! महाठग किरण पटेल ने सरकर को भी ठगा और सुरक्ष एजेंसियों को भी बेवकूफ बनाकर अपने मकसद को साधता रहा। हलांकि देश में कई महाठग दिखे लेकिन किरण पटेल की महाठगी सब पर भारी रही। जम्मू कश्मीर में वह जिस खेल को अंजाम देने पहुंचा था उसमे उसे कितनी कामयाबी मिली यह तो जांच का विषय है लेकिन अभी वह पुलिस के शिकंजे में हैं। ऊपरी तौर पर पटेल महाठग के रूप में जाना गया है लेकिन मूलतः वह एक दलाल है। वही दलाल जो कुछ पाने के लिए सब कुछ करता है। एक सच ये भी है कि बदलते समाज में किरण पटेल कोई पहला आदमी नहीं है। सच तो यही है कि समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग दलाली करता है। कोई राजनीतिक दलाल है तो कोई कोठे का दलाल ,कोई कॉर्पोरेट दलाल है तो कोई नौकरशाहों का दलाल। कोई जमीन की दलाली कर करता दिखता है तो नेताओं की दलाली में महारथ हासिल किये हुए है। ऐसा कोई धंधा नहीं जहाँ दलाल खड़े नहीं हों।
ये है पूरा मामला?
किरण पटेल भी दलाल ही है। उसकी यह दलाली भी संगठित थी। इस खेल में कई लोग शामिल थे। कई नेता ,नौकरशाह और व्यापरी वर्ग के लोग इस दलाली के खिलाडी थे। अब तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि किरण पटेल की दलाली कहाँ -कहाँ चमक रही थी ? कितने नेता और मंत्री उसके चंगुल में थे। किसने कितनी दलाली खाई और किसने देश को चुना लगाया यह किसे पता ? लेकिन मजे की बात तो यह है कि किरण पटेल की पत्नी भी उससे कम नहीं। उसकी पत्नी भी महा ठगिनी साबित हुई है। लगता है यह पूरा परिवार ही ठगी को व्यापार बना रखा था और ठगी के जरिये अपनी हस्ती को बना लिया था। सच तो यह भी है कि गुजरात सरकार के बहुत से लोग इस ठग परिवार के घेरे में थे तभी यह कई सरकारी आयोजनों को भी अंजाम देता था। किरण पटेल की पत्नी मालिनी पटेल भी गिरफ्तार हो गई है।
अर्जी में बताया है खुद को बेकसूर !
मालिनी की गिरफ़्तारी भरुच में उसके एक रिश्तेदार के यहाँ से हुई है। पुलिस ने बताया है कि पति -पत्नी ने मिलकर जगदीश चावड़ा नामक एक व्यक्ति को चुना लगाया। चावड़ा ने शिकायत दर्ज की थी। चावड़ा ने शिकायत में कहा था कि इन दोनों ने उसके बंगले पर अवैध कब्जा करने की कोशिश की थी। दोनों ने चावड़ा को धमकी दी थी कि उसके पीएमओ से सम्बन्ध है और कुछ भी कर सकता है। लेकिन मामला इतना भर ही नहीं है। इन दोनों के खिलाफ कई और भी मामले हैं। कहा जा रहा है कि मामलिनी चावड़ा और किरण चावड़ा मिलकर प्लान बनाते थे और फिर उस पर हमला करते थे। यह खेल कई सालों से चल रहा था। खबर ये भी है इस महाठग के साथ कई सियासी लोग भी शामिल रहे हैं और केंद्र सरकार से जुड़े कई मंत्री और नौकरशाह भी इसके जाल में। किरण पटेल का सच क्या समने आएगा कहा नहीं जा सकता।