Rajasthan News : कर्नाटक चुनाव का प्रचार अब अंतिम दौर में पहुंच चुका है। दस तारीख को वहां चुनाव होने हैं और आठ मार्च को प्रचार के सारे खेल खत्म हो जाएंगे । लेकिन कर्नाटक का बजरंगी विवाद अब राजस्थान की राजनीति को हिलाने लगा है। कर्नाटक के बाद हालाकि इस साल के अंत में तीन राज्यों राजस्थान ,मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव होने हैं लेकिन सबसे ज्यादा बजरंगी विवाद को लेकर राजस्थान में सियासी हलचल तेज है । जिस तरह की राजनीति बीजेपी और कांग्रेस के बीच शुरू हुई है उससे साफ हो गया है कि राजस्थान में न सिर्फ बजरंबली की कहानी आगे बढ़ेगी बल्कि हिंदुत्व की राजनीति को भी साधा जायेगा। बीजेपी की तैयारी जिस तरह की होती दिख रही है उससे तो यही लगता है कि बीजेपी इस बार हिंदुत्व का मुद्दा उठाएगी और बजरंगी की राजनीति पर कांग्रेस को घेरेगी ।
राजस्थान में बजरंगी का मुद्दा तो उसी दिन से उठ रहा है जिस दिन कर्नाटक में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी ।जैसे ही यह मसला पब्लिक डोमेन में आया बीजेपी और संघ के लोगों ने इसे रंग देना शुरू किया ।बजरंग दल की तुलना बजरंगबली से की जाने लगी और पीएम मोदी खुद ही इस मुद्दे को मजबूती के साथ उठाते रहे । आज भी पीएम मोदी बेंगलुरु में इस मुद्दे को उठा रहे हैं।
बजरंग दल को लेकर आगे कांग्रेस का क्या स्टैंड होगा यह तो बाद की बात है लेकिन जिस तरह से राजस्थान में बीजेपी के लोग बजरंगबली के मसले पर कांग्रेस पर हमलावर है उससे कांग्रेस की मुश्किलें भी बढ़ती दिख रही है ।कांग्रेस के भीतर अब इस बात की चर्चा चल रही है कि भले ही कर्नाटक में इसे मुद्दे को उठाया गया हो लेकिन हिंदी पट्टी में इस मुद्दे को नही उठाया जाएगा ।कह सकते हैं कि कांग्रेस अब इस मुद्दे पर डैमेज कंट्रोल करने को तैयार है । राजस्थान कांग्रेस के लोग साफ तौर पर कह रहे हैं कि राजस्थान में कांग्रेस बजरंगी राजनीति पर कोई कदम नहीं उठाएगी ।गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरीवास ने कहा है कि राजस्थान में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का फिलहाल राज्य सरकार का कोई इरादा नहीं है । खाचरीवास ने कहा है कि पूरा देश बजरंगबली का भक्त है । बीजेपी बेवजह अफवाह फैलाकर प्रदेश में दंगे फैलाना चाहती है ,लेकिन वह कामयाब नही होगी ।
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उधर बीजेपी अब इस मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए व्याकुल है। उसे लगता है कि उसे बड़ा चुनावी मुद्दा मिल गया है और इस मुद्दे पर हिंदुत्व का ध्रुवीकरण किया जा सकता है । ऐसे में बीजेपी के लोग अब पूरी योजना के साथ प्रदेश भर में अभियान चलाने की तैयारी कर रहे हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा है कि राजस्थान में बजरंगी ही तुष्टिकरण रूपी लंका को खत्म करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में इस तरह के वादे न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण हैं बल्कि तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है । जिन संगठनों को बैन करने की बात हो रही है वही संगठन अब कांग्रेस की राजनीति को खत्म कर देगा।
उधर सीएम गहलोत ने भी बजरंगी राजनीति पर अपनी प्रतिक्रिया दी है । उन्होंने बीजेपी का नाम लेते हुए कहा कि यह पार्टी धर्म और जाति के नाम पर मुद्दा बनाकर लोगों को भड़काने का काम कर रही है ।उन्होंने कहा कि हम सब हिंदू हैं। ये कहां लिखा है कि जो बीजेपी को वोट देगा वही हिंदू होगा ?
अब बीजेपी इस खेल को आगे बढ़ाने के लिए जयपुर में हनुमान चालीसा का पाठ करने जा रही है । जाहिर है इससे राजस्थान की हवा हिंदुत्व पर केंद्रित होगी और कांग्रेस को जवाब देते नही बनेगा ।