ट्रेंडिंगन्यूज़सेहतनामा

सावधान!! नींबू के रस से हो सकती है कैंसर जैसी बिमारियां

Side Effects oF Lemon Juice on Helth! नीबू से कौन परिचित नही होगा. नींबू यानी गुणों का खजाना. हाजमा खराब हो तो नींबू पानी पी लें, भूख न लगे तो नींबू चाट लें। आपने देखा होगा कि होटलों में गुनगुने पानी में नींबू काटकर रखा जाता है। इससे हाथ धोने पर बैक्टीरिया (bacteria)का संक्रमण नहीं रह जाता है। यानी संक्रमण का खतरा खत्म हो जाता है नींबू का कई चीजों में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि नींबू का रस पीने से सेहत कोई नुकसान भी हो सकते है. आइए जानते है नीबू के नुकसान के बारे में

नींबू(lemon) खट्‌टा होता है इससे वात और कफ में कमी आती है डॉक्टर के मुताबिक अगर पित्त से जुड़ी कोई समस्या हो तो नींबू की शिकंजी नहीं पीनी चाहिए. डॉक्टर(doctor) के मुताबिक गले में तकलीफ रहने पर नींबू का रस नुकसान पहुंचाता है. नींबू में सिट्रिक एसिड (citric acid )होता है. ऐसे में इसका रस पीने पर गले की परेशानी को और ज्यादा बढ़ा सकता है.

चमत्कार त्वचा बनाने के लिए नींबू के रस के साथ नीबू के छिलके का यूज किया जाता है. लेकिन लोग नींबू के नुकसान के बारे में नहीं जानते है आयुर्वेद के अनुसार स्किन पर नींबू रगड़ने से हमारी स्किन सूरज की रोशनी के प्रति सेंसेटिव हो जाती है. इससे सनबर्न(sunburn) होने का खतरा बढ़ जाता है। स्किन पर रैशेज , घाव बनना, स्किन ड्राई (skin dry) होना जैसी समस्या का सामना करना पड सकता है अगर काफी समय से स्किन(skin) पर नींबू का रस का यूज किया जाए तो स्किन कैंसर(skin cancer) का खतरा बढ़ जाता है।

डर्मेटोलॉजिस्ट (dermatologist) बताते है skin का pH 4.5 से 5.5 होता है . वहीं नींबू(lemon) के रस का pH 2 से 3 के बीच होता है. नींबू का रस त्वचा (skin)पर लगाते हैं तो इससे त्वचा का natural pH चेंज हो जाता है. स्किन सेल्स (skin cells)कमजोर हो जाती है स्किन डिहाइड्रेट(skin dihydrated) होने लगती है,

Read: Health News In Hindi | हेल्थ न्यूज़ | डेली हेल्थ टिप्स – News Watch India!

नींबू का रस किडनी(kidney) में बनने वाले कैल्शियम ऑक्जैलेट क्रिस्टल(calcium oxalate crystals )को जमा नहीं होने देता है । इससे किडनी में स्टोन नहीं बनता। वहीं नींबू का रस एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। सर्दी-खांसी में यह इम्यूनिटी(immunity) को बूस्ट करता है। इन्फेक्शन(infection) से भी हमारा बचाव होता है।

editorial

editor

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button