IMD ने बारिश को लेकर किया दावा, इस वजह से मची तबाही, अचानक क्यों मौसम ने दिखाएं तेवर, जानिए सब कुछ..
Monsoon Update: देश के अलग-अलग राज्यों में हो रही मूसलाधार बारिश ने कहर बरपा रखा है। लगातार बारिश ने देश के अलग-अलग राज्यों में हाहाकार मचा दिया है। मानसून की बारिश किसी एक राज्य में नहीं देश के सभी राज्यों में देखने को मिल रही है। अब चाहे वो कोई भी राज्य हो या फिर उसके अंदर आने वाला जिला चारों तरफ भारी त्रासदी जारी है। उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, जैसे राज्यों में हालात बहुत ही बुरे हो चुके है जहां सड़को, घरों से लेकर बहुमंजिला इमारतों तक तबाही देखी गई है। भारी बारिश की वजह इन राज्यों को बड़े पैमाने पर नुकसान झेलना पड़ रहा है। हालात इतने बुरे हो गए हैं बारिश के तेज बहाव के चलते लोग घरों से बेघर हो गए हैं।
हर तरफ तबाही का मंजर जारी है। उत्तराखंड में तो बारिश काल बन चुकी हैं जहां पर लोगों की बस्तियां ही उजड़ गई। सड़कें तालाब में तब्दील हो गई। मंजिले भी पानी के आगोश में समा गई है। इनता ही नहीं आकंड़े साफ जाहिर कर रहे हैं कि मौसम से जुड़ी तामम घटनाओं में कितने लोगों की जान चली गई है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर मौसम ने अचानक इतना विकराल रूप कैसे लिया और मानसून ने कैसे तबाही का बवंडर ला दिया।
मौसम विभाग ने बताई तबाही की वजह
मौसम विभाग के अनुसार जानकारी निकलकर सामने आई है कि हिमालय पर पश्चिमी विक्षोभ और जोरदार मानसून का एक दूसरे पर प्रभाव पड़ा है मानसून आने पर हिमालय में साधारण प्रक्रियाएं भी तेज गति से होने लगती. आपसी भीषण टकराव होता है जिसका असर पूरे देश भर में देखने को मिल रहा है। इसी की वजह से क्षेत्र के बड़े बड़े हिस्सों पर भारी बारिश हो रही है। जुलाई महीने में बारिश होना तो आम बात है जुलाई महीने में जमकर बारिश होती है। गंभीर पश्चिमी विक्षोभ की वजह से ही भारी बारिश की गतिविधियों में इजाफा हुआ है। साथ ही साथ भूमध्यसागर क्षेत्र से बन रहे बादलों का बनना भी एक वजह बताई गई है। जुलाई के शुरुआती महीने की मूसलाधार बारिश ने महज आठ दिनों में पूरे एक महीने की कमी को पूरा कर दिया।