Morocco Earthquake Death: उत्तरी अफ्रीकी देश मोरक्को (Morocco Earthquake Death Toll) में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भीषण भूकंप के कारण कई इमारतें ध्वस्त हो गईं। मरने वालों की संख्या 296 बताई जा रही हैं। यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। भूकंप की तीव्रता 6.8 रही। दहशत के मारे लोग अपने घरों के अंदर नहीं जा रहे।
मोरक्को में 6.8 तीव्रता वाले भूकंप (Morocco Earthquake Death Toll) ने तबाही मचाई है। सेंट्रल मोरक्को इसके कारण बुरी तरह चपेट में आया है। भूकंप के कारण लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इस भूकंप से अब तक मरने वालों की संख्या 300 से ऊपर बताई जा रही है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक 296 लोगों की मौत हुई है। मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप का केंद्र मराकेश से 71 किमी दक्षिण-पश्चिम में 18.5 किमी की गहराई पर था। भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 11:11 बजे आया।
ट्विटर पर कई वीडियो आए हैं जो कथित तौर पर मोरक्को के (Morocco Earthquake Death Toll) भूकंप के बाद का नजारा है। इसमें क्षतिग्रस्त इमारतों और मलबा सड़कों पर बिखरा है। इतना ही नहीं, लोग घबरा कर भागते हुए नजर आ रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक मराकेश के पुराने शहर में कुछ इमारतें ढह गईं। भूकंप के बाद कुछ लोग सड़कों के बीच में सो रहे हैं। डर के कारण लोग अपने घरों के अंदर नहीं गए और उन्होंने रात सड़क पर बिताने का फैसला किया।
बिजली और फोन की लाइन बंद
रिपोर्ट के मुताबिक एक शख्स ने कहा कि भयानक झटके महसूस किए गए। इस दौरान इमारतें पूरी तरह हिल रही थीं। भूकंप के तुरंत बाद बिजली और फोन लाइन 10 मिनट के लिए बाधित हो गई। कई रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि लोग मलबे में फंस गए। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। भूकंप के खतरे को देखते (Morocco Earthquake Death Toll) हुए अस्पतालों ने मरीजों के लिए बेड बाहर ही लगा दिया है। देश के अधिकारियों की ओर से अभी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं आई है।
कई घर ढहे
स्थानीय लोगों ने बताया कि भूकंप के झटके 20 सेकंड तक महसूस किए गए। भूकंप के केंद्र के सबसे करीब वाले शहर माराकेच में कुछ पुराने घर ढह गए। मलबे को हटाने के लिए लोगों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। लोग मलबा हटाने के लिए उपकरणों की प्रतीक्षा कर रहे थे। कई इमारतों की दीवारों पर (Morocco Earthquake Death Toll) क्रैक देखने को मिल रहा है। एक महिला ने बताया कि उसकी छत से झूमर गिरा तो वह अपने बच्चों को लेकर घर से बाहर भागी। अब वह सड़कों पर हैं और आगे और भी झटकों को लेकर डरे हुए हैं।