जिन गायों को काटा जाना था, अब उन्हीं गायों का घी 108 रथों से पहुंचेगा अयोध्या!
Ayodhya Ram Mandir: सरयू किनारे की अयोध्या, दीपक के उजाले में अयोध्या, राम भक्तों की अयोध्या (Ayodhya) और मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम की अयोध्या…अयोध्या वो नाम है जिसे सुनते ही हर हिंदू की छाती गर्व से चौड़ी हो जाती है। जिस नाम को सुनते ही दिल खुश हो जाता है। दरअसल राम नगरी में बन रहा विशाल मंदिर अब आकार ले रहा है। 2024 तक भगवान श्री राम का भव्य और विशाल घर बनकर तैयार हो जाएगा। राम मंदिर निर्माण में हर हिंदुस्तानी अपना योगदान दे रहा है। यूपी से लेकर राजस्थान तक और दिल्ली से लेकर कश्मीर तक हर रामभक्त अपना योगदान दे रहा है। इसी कड़ी में इस ऐतिहासिक उत्सव में राजस्थान की भी भागीदारी होगी।
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दरअसल, राम मंदिर में होने वाली पहली आरती और महायज्ञ में जो घी इस्तेमाल किया जाएगा, वो घी राजस्थान के जोधपुर से भगवान श्री राम के लिए भेजा जाएगा। जो कि एकदम शुद्ध होगा। बता दें कि इसी घी से मंदिर की अखंड ज्योत को भी प्रज्जवलित किया जाएगा। इसके लिए 6 क्विंटल यानी 600 किलो घी अयोध्या भेजा जाएगा।
कैसे और कितना जाएगा घी ?
राजस्थान से अयोध्या (Ayodhya) घी को कोई ट्रेन, बस या फिर कार में नहीं ले जाया जाएगा, बल्कि इस घी को 108 रथों में भेजा जाएगा, जिनमें 216 बैल होंगे। ये रथ 27 नवंबर को घी लेकर राजस्थान के जोधपुर से अयोध्या के लिए रवाना होंगे।
जो गायें कटने वाली थीं, उन्हीं का घी पहुंचेगा राम नगरी.
सालों का इंतजार, लाखों लोगों की तपस्या, करोड़ों लोगों की दुआओं के बाद राम मंदिर बन रहा है। इसलिए जो भी काम हो रहा है वो बिल्कुल खास तरीके से हो रहा है। और जिस घी से अखंड ज्योत को प्रज्जवलित किया जाएगा वो घी भी कोई साधारण घी नहीं होगा। दरअसल, जिन गायों के घी से राम मंदिर की पहली आरती होगी, वो आज जिंदा ही नहीं होतीं, अगर एक संत ने उन्हें बचाया नहीं होता।
संत का संकल्प हो रहा पूरा…! Ayodhya Ram Mandir
कहते हैं कि जो राम का नाम लेता है, उसकी हर मनोकामना और इच्छा पूरी हो ही जाती है। चाहे कितनी भी रूकावटें क्यों ना आएं, ये बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जोधपुर के बनाड़ के पास जयपुर रोड पर श्रीश्री महर्षि संदीपनी राम धर्म नाम की गौशाला है। इस गौशाला का संचालन महर्षि संदीपनी महाराज करते हैं। महर्षि संदीपनी महाराज का कहना है कि उन्होंने 20 साल पहले संकल्प लिया था कि जब भी अयोध्या में राम लला का मंदिर बनेगा, उसके लिए शुद्ध देशी गाय का घी वो लेकर जाएंगे। इसी बीच महर्षि संदीपनी महाराज ने साल 2014 में गायों से भरे एक ट्रक को रुकवाया, जिसमें 60 गायें थी और गायों को कटने के लिए ले जाया जा रहा था लेकिन महाराज ने इन गायों को छुड़वाया और आस-पास की गौशाला में ले गए। हैरानी की बात तो ये है कि सभी लोगों ने इन गायों को रखने से मना कर दिया। जिसके बाद उन्होंने फैसला लिया कि वो खुद गौशाला शुरू करेंगे और इन गायों को पालेंगे।
क्या घी खराब नहीं होता ? Ayodhya Ram Mandir
ये सवाल आपके भी मन में आ रहा होगा, कि क्या घी खराब नहीं होगा तो इसका जवाब ये है कि हर तीन साल में 1 बार पांच जड़ी बूटियां मिलाकर घी को उबाला जाता है, साथ ही घी को जड़ी-बूटियों के रस से भी सुरक्षित रखा जाता है। गौशाला में साफ सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। घी के बर्तनों को अच्छी तरह से साफ किया जाता है। यही कारण है कि इतने साल में भी ये घी खराब नहीं हुआ।
यात्रा पर 10 करोड़ का खर्च
दरअसल जो रथ जोधपुर से अयोध्या (Ayodhya) जाएंगे, उसमें करीब 10 करोड़ का खर्च आएगा, यानी की हर रथ पर साढ़े तीन लाख रुपए का खर्च आएगा। इसके लिए राम भक्तों से भी सहयोग मांगा गया है।