Lizard Falls On Any Part Of The Body: छिपकली के गिरने का शुभाशुभ फल शकुन शास्त्र में आता है। छिपकली गिरने के फल के मुताबिक जानने के लिए धनतेरस के दिन छिपकली के दर्शन करने चाहिए। छिपकली के गिरने पर शरीर के विभिन्न भागों पर (Lizard Falls On Any Part Of The Body) फल होता है
Also Read: Latest Hindi News Lizard Falls On Any Part Of The Body । News Today in Hindi
भारत की (Lizard Falls On Any Part Of The Body) प्राचीन विद्याओं के अनेक संग्रह मिलते हैं, जिन्हें शास्त्र की संज्ञा दी गई है। ज्योतिष शास्त्र, सामुद्रिक शास्त्र आदि बहुआयामी ज्ञान हैं, जिनके माध्यम से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। भविष्य केवल हस्तरेखा और जन्मकुंडली के ग्रह-नक्षत्रों के माध्यम से ही नहीं बल्कि प्राकृति घटनाएं भी भविष्य में होने वाली घटनाओं का शुभाशुभ संकेत देती हैं।
प्रकृति अपना संकेत शकुन के माध्यम से देती है। मनुष्य के साथ जब कभी शुभ या अशुभ घटना घटित होने वाली (Lizard Falls On Any Part Of The Body) होती है तो प्रकृति शकुन के माध्यम से आगामी घटना का संकेत देती है, बस शकुनों के अर्थों को समझने वाला व्यक्ति चाहिए। छिपकली का शरीर पर गिरने का शुभाशुभ फल भी शकुन शास्त्र के अन्तर्गत आता है। पुरातन ग्रंथों के मुताबिक, छिपकली गिरने का फल पुरूष के दाएं अंग पर तथा स्त्री के बाएं अंग पर विशेष प्रभाव छोड़ता है। जो फल छिपकली के गिरने का होता है, वही फल विभिन्न शरीर के अंगों पर गिरगिट के चढ़ने (Lizard Falls On Any Part Of The Body) का होता है।
Read: Latest Hindi News Today | Today Hindi Samachar
छिपकली यदि शरीर की दाहिनी तरफ से चढ़कर बाईं तरफ से उतर जाओ तो दोष नहीं माना जाता। सोमवार, बुधवार, गुरुवार एवं शुक्रवार को, प्रतिपदा, द्वितीया, पंचमी, षष्ठी, दशमी, एकादशी तथा द्वादशी तिथियों में, पुष्य, अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, उत्तराफाल्गुनी, पुनर्वसु, हस्त, स्वाति, अनुराधा, धनिष्ठा, शतभिषा और रेवती नक्षत्रों में पुरूषों के दाहिने अंग तथा स्त्रियों के बाएं अंग पर छिपकली का गिरना शुभप्रद होता है।
व्यतीपात, वैधृति योग, जन्म-नक्षत्र, मृत्यु योग, दग्ध योग तथा भद्रा में, पापग्रह युक्त लग्न हो तथा चंद्रमा 8वें ग्रह में हों तो छिपकली का गिरना अशुभ फलदायक होता है। बहुत से घरों में छिपकलियां स्थाई तौर पर रहती हुई देखी जाती हैं, प्रायः हर दिन छिपकली के दर्शन हो ही जाते हैं, लेकिन धनतेरस के दिन छिपकली का दिखाई देना अतिशुभ शकुन माना जाता है। भाग्यशाली लोगों को ही बड़ी मुश्किल से उस दिन छिपकली के दर्शन हो पाते हैं। यदि दर्शन हो जाएं तो पूरे वर्ष महालक्ष्मी की कृपा बनी रहती है जिससे पूरा वर्ष शुभ रहता है। शरीर के जिस भाग पर छिपकली गिरे उसका फल इस प्रकार समझना चाहिए। छिपकली यदि
Read More News: Latest Political News Today in Hindi | Political Samachar in Hindi
सिर पर गिरना- लाभ
पीठ पर गिरना- बुद्धि नाश
नाभि पर – धन लाभ
कण्ठ पर – शत्रु नाश
नेत्रों पर – बंधन
पेट पर – आभूषण लाभ
कंधे पर – विजय
तलवों पर – जीवनसाथी को कष्ट
दोनों हाथों पर – वस्त्र लाभ
हृदय पर – धन-लाभ
ललाट पर – बन्धु दर्शन
दाहिने कान पर – आयु वृद्धि
बांये कान पर – लाभ
कमर पर – थोड़ा लाभ
दाहिने पैर पर – यात्रा
बांये पैर पर – बन्धुनाश
नाक पर – रोग
गर्दन पर – शास्त्र लाभ
केशों पर – अरिष्ट भय
पावों की उंगलियों पर – यात्रा
जांघ पर – शुभदायकं
अरिष्ट शांति हेतु उपाय
Read Here : Latest Hindi News Sports News | Sports News Samachar Today in Hindi
शरीर पर छिपकली गिरते वक्त जो भी वस्त्र पहने हों, उन्हें पहने हुए ही स्नान करना चाहिए। स्नान के पश्चात किसी भी शिव मंदिर में भगवान भोलेनाथ के सामने देशी घी का दीपक जलाएं, ऊँ नमः शिवाय अथवा महामृत्युंजय मंत्र का जाप अवश्य करें, अपनी सामर्थ्य मुताबिक स्वर्ण, तिल और उड़द का दान करें जिससे अनिष्ट फल शांत होंगे।