रामलला प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने के बाद कांग्रेस में पड़ी ‘दरार’, अपने ही नेताओं ने कर दिया खुला विरोध!
Congress Decline Ram Mandir Invitation: रामलला (Ramlala) प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने के बाद अब कांग्रेस (Congress Decline Ram Mandir Invitation) की फजीहत होने लगी है, देश की जनता के साथ साथ भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस पर हमला बोल ही रही है, लेकिन अब कांग्रेस के ही नेता अपनी पार्टी पर हमला बोल रहे हैं। दरअसल आपको बता दें कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने के बाद साधु-सतों में गुस्सा है। राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कांग्रेस (Congress Decline Ram Mandir Invitation) पर हमला बोलते हुए कहा कि जिसे प्रभु के कार्यक्रम में आना है, उनको उन्होंने पहले नकारा है कि वहां भगवान का कोई अस्तित्व नहीं है । अगर ऐसी स्थिति में वे आएंगे तो लोग पुछेंगे कि जिसका अस्तित्व नहीं है तो आप किसको देखने गए थे? इसीलिए उनको और शर्मिंदा होना पड़ेगा। शर्मिंदा ना होना पड़े इसीलिए आरोप लगा दिया कि राजनीति के कारण, सत्ता के लिए यह अनुष्ठान कर रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने भी कांग्रेस को आडे हाथों लिया और जमकर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘सोनिया गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस ने कहा था कि राम का कोई अस्तित्व नहीं है, और फिर प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण ठुकराया, धर्म और आस्था की दृष्टी से पुण्य क्षण है, INDI ALLIANCE नेताओं द्वारा इस आमंत्रण को ठुकराना उनका सनातन विरोधी होना दिखाता है।
Also Read: Latest Hindi News Ayodhya Ram Mandir golden door । News Today in Hindi
हालांकि कांग्रेस में ही इस फैसले को लेकर एक राय नहीं है…यही कारण है कि बीजेपी इस मुद्दे पर आक्रामक रूख अख्तियार किए हुए है । कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम (Pramod Krishnam) ने कहा कि कांग्रेस राम विरोधी नहीं है। यह कुछ लोग हैं जिन्होंने इस तरह का फैसला कराने में भूमिका अदा की है। इस फैसले से पार्टी के कई कार्यकर्ताओं का दिल टूटा है। निमंत्रण को स्वीकार ना करना बेहद दुखद और पीड़ादायक है। तो वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी एक्शन में आ गए और कांग्रेस पर ताबड़तोड़ हमले बोले।
Also Read: Latest Hindi News Ayodhya Ram Mandir golden door । News Today in Hindi
उन्होंने कहा कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को अस्वीकार करना भारत की पहचान को अस्वीकार करना है, भारतीय संस्कृति को अस्वीकार करना है और इसीलिए तो कांग्रेस कहीं की नहीं रही। जाहिर है कांग्रेस के फैसले को चुनावी रणनीति से जोड़ा जा रहा है। लेकिन इतना तो तय है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में इस मुद्दे को भुनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी ।