नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड से संबंधित मनी लांड्रिंग मामले में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी से चौथी बार सोमवार को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के कार्यालय पहुंचे, जहां उनसे ईडी के तीन अधिकारियों की टीम ने उनसे सवाल-जवाब किये। पिछले सप्ताह राहुल गांधी से 13 जून से 15 जून तक तीन दिन में करीब तीस घंटे तक पूछताछ की थी। इसके बावजूद राहुल गांधी को 16 जून को फिर से बुलाया गया था, लेकिन राहुल ने प्रवर्तन निदेशालय से पूछताछ से एक-दो दिन का ब्रेक देने का अनुरोध किया था, जिसे स्वीकार करते हुए उन्हें अगली पूछताछ के लिए 20 जून को पेश होने की अनुमति दे दी गयी थी।
बताया गया है कि ईडी की अब तक की पूछताछ में राहुल गांधी बहुत सारे सवालों में उलझे गये हैं और वे उनका सही से जवाब नहीं दे पाये थे। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की टीम पीएमएलए (प्रिवेंशन आफ मनी- लॉड्रिंग एक्ट) की धारा 50 के तहत राहुल गांधी से जवाब तलब कर रहे हैं। ऐसे तमाम सवाल हैं, जिनको सुनकर राहुल असहज हैं, वे अधिकांश सवालों के संतोषजनत जवाब ठीक से नहीं दे पा रहे हैं।
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उधर ईडी में राहुल गांधी से पूछताछ के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करके बवाल करने में लगे हैं, ताकि प्रवर्तन निदेशालय पर दवाब बनाया जा सके, लेकिन उन्हें कोई सफलता मिलती नजर नहीं आ रही है। राहुल से पूछताछ के बाद उनकी मां व कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी 29 जून को पूछताछ होना प्रस्तावित है, हालांकि सोनिया का स्वास्थ्य खराब होने के कारण वह फिलहाल सरगंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं, यदि वे अस्पताल से डिस्चार्ज हो जाती हैं और चिकित्सक उन्हें पूछताछ के लिए फिट होने की बात बताते हैं तो ही सोनिया से पूछताछ करना संभव हो सकता है। अब देखना होगा कि जो एक जैसे सवाल राहुल और सोनिया से पूछे जाएंगे, उनके जवाबों में कितनी समानता होती है। यदि दोनों के जवाब अलग-अलग हुए तो फिर इनमें से किसी एक का कानूनी शिकंजे में फंसना तय है।