गालीबाज कांस्टेबल के कारनामे, ऑटो ड्राइवर ने बयां किया दर्द, जानें बर्खास्त RPF कांस्टेबल का कच्चा चिठ्ठा
Ujjain News M.P: देश के लिए मर मिट जाने वाले जवान और पुलिस कर्मी तो बहुत हैं जो अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सुरक्षा और सलामती के लिए बॉर्डर पर तैनात रहते हैं। दिन हो या रात कैसी भी परिस्थिति वो हर वक्त तैयार रहते हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो अपने पद और वर्दी के रसूख के बल पर आम जनता की सेवा करने के बजाय उन पर अपना रूतबा झाड़ते हैं तो इसी कड़ी में एक ऐसा ही मामला देखने को मिला है।
ये मामला सामने निकलकर आया है महाकाल की नगरी उज्जैन से जहां एक वर्दी का रसूख देखने को मिला है। जिसका विवादों के साथ पिछले आकड़ों के मुताबिक देखा जाए तो गहरा नाता नजर आ जाएगा। जहां पिछले महीने चलती ट्रेन में अपने सीनियर अधिकारी और 3 यात्रियों को दिन दहाड़े मौत के घाट उतार देने वाले सनकी RPF कांस्टेबल सिंह को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
तो वहीं अब खुलासे के मुताबिक कांस्टेबल चेतन सिंह ने कई साल पहले मध्य प्रदेश के एक मुस्लिम रिक्शा चालक को प्रताड़ित करने की बात सामने आई है। जिसने मुस्लिम रिक्शा चालक को बहुत परेशान किया और उसे धमकी भी दी थी।
पीड़ित ने बयां की अपनी दर्द भरी कहानी
पीड़ित के मुताबिक 2017 की बात है जब वाहिद अपनी बेटी को स्कूल से लेने के लिए जा रहा था। उसी दौरान कांस्टेबल चेतन सिंह आ धमकता और मेरे साथ अभद्रता करने लग था। वाहिद ने बताया कि RPF चेतन सिंह मेरे ऑटो में कूदकर बैठ जाता था। मैंने उससे कई बार कहा कि मैं उसके साथ कहीं भी नहीं जाउंगा क्योंकि मेरी बेटी मेरा इंतजार कर रही है। इतने में ही चेतन भड़क उठा और गाली- गलौज पर उतारू हो गया। इसी बात पर उसने मेरे साथ बदतमीजी की सारी हदे पार कर डाली और मुझे गाली दी और मुझे देशद्रोही और आंतकवादी तक बना डाला। वो इंसान अपनी वर्दी का रूतबा दिखाते हुए धमकियां दिया करता था। चेतन सिंह ने मुझसे ये भी कहा कि मुसलामन आंतकवादी हैं और उनकी उचित जगह जेल ही है तो यहां क्या कर रहे हैं। उस समय उसने मुझे बहुत परेशान किया लेकिन मैं उस वक्त कुछ न कर सका सिर्फ घुट कर रह गया।
किराए पर लेते थे ऑटो
पीड़ित वाहिद खान ने बताया कि चेतन सिंह अपने निजी काम के लिए मेरा ऑटो रिक्शा अक्सर किराए पर ले जाता था। जिसका एक भी पैसा मुझे आज तक उसने नहीं दिया। एक दिन रिक्शा देने से मना कर दिया तो वहीं से बात बिगड़ गई। जब मैंने ये सारी बातें अपने परिवार से साझा की तो चेतन सिंह ने मुझसे ऑटो चलाना बंद करने की धमकी दी।
घसीटते हुए ले गया था चौकी
चेतन की हेकड़ी यहीं तक सीमित नहीं थी पीड़ित वाहिद ने आगे अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि चेतन ने उसे कई बार परेशान किया। एक बार तो चेतन सिंह ने गुंडई की सारी हदें पार कर दी थी। वह मुझे घसीटते हुए आरपीएफ चौकी ले गया वहां उसने मेरे साथ मारपीट भी की थी। उस दौरान आस पास खडें लोग मुझे बचाने तक नहीं आए। खड़े-खड़े देखते रहे। ये सब कुछ देखने के बाद मैंने खुद ही फैसला लिया। अब मुझे ही कार्रवाई करनी होगी। इसके बाद मैंने 18 फरवरी को उज्जैन में एक साथ आरपीएफ अधिकारियों, रेलवे के रतलाम मंडल के अधिकारियों, सीनियर ऑफिसर्स के पास शिकायत की। मुझे मेरे मुस्लिम धर्म के चलते परेशान किया गया। एक मुस्लिम व्यक्ति के उत्पीड़न के तहत मामला दर्ज हुआ। इस मामले के साथ ही साथ आरपीएफ चेतन सिंह पर अन्य कई मामलों पर केस दर्ज किया गया। चेतन सिंह इससे पहले भी ऐसी ही अनुशासनहीनता संबंधी घटनाओं में शामिल रहा है।