नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विरुद्ध भाजपा नेता तेजिंदर सिंह बग्गा की कथित विवादित टिप्पणी मामले में कार्रवाई करना पंजाब पुलिस के साथ-साथ केजरीवाल के लिए भी जी का जंजाल बन गया है। बग्गा के साथ भाजपा पूरी मुस्तैदी के साथ खड़ी हो गयी है। शायज ही अरविंद केजरीवाल को इसका अंदाजा नहीं था, कि भाजपा बग्गा की गिरफ्ताकी को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लेगी। दिल्ली में इस मामले में केजरीवाल अपने घर में बुरी तरह घिर गये हैं।
भाजपा दिल्ली की सक्रियता से तेजिंदर सिंह बग्गा को न केवल हरियाणा में पंजाब पुलिस से छुड़वा लिया, बल्कि दिल्ली में बग्गा के पंजाब पुलिस द्वारा अपहरण किये जाने सहित कई धाराओं में मामला दर्ज करने के बाद पंजाब पुलिस के दिल्ली पहुंचने पर तीन अधिकारियों को हिरासत में लिये जाने से पंजाब पुलिस बैक फुट पर आ गयी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कहने पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तेजिंदर सिंह बग्गा को गिरफ्तार करवाकर पंजाब लाने और भाजपा का नीचा दिखाने का दांव चला था, वह पंजाब पुलिस और केजरीवाल दोनों के लिए ही उल्टा पड़ गया है। भाजपा ने बग्गा को पंजाब पुलिस के हाथों से कानूनी तौर पर छुड़वाकर अपनी सफल कूटनीति का अहसास करा दिया है, जबकि केजरीवाल को मिशन फेल होने से आप खेमें में खलबली सी मची है।
भाजपा नेता तेजिंदर सिंह बग्गा की पंजाब पुलिस द्वारा की गिरफ्तारी मामले में शनिवार के भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर पर हल्ला बोलते हुए प्रदर्शन किया। उधर बग्गा की गिरफ्तारी के लिए उनके घर जाने से पहले दिल्ली पुलिस को सूचना न दिये जाने के कारणों के बारे में पंजाब पुलिस के अधिकारी कोई जबाब नहीं दे पा रहे हैं। बग्गा प्रकरण में पंजाब पुलिस को बुरी तरह से मुंह की खानी पड़ी है।