Adani Group: अडानी समूह के लड़खड़ाने के अंतिम परिणाम क्या होंगे अभी इस पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता। लेकिन इस समूह का मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गया है। अडानी समूह के लेकर एक पीआईएल सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई है जिसमे हिंडेनवर्ग रिपोर्ट के खिलाफ जांच की मांग की गई है। याचिका दायर करने वाले वकील एमएल शर्मा ने कहा है कि हिंडेनवर्ग रिपोर्ट के खिलाफ जांच की जानी चाहिए जिसकी वजह से अडानी समूह को धक्का लगा है और देश के बड़े शेयरधारकों को हानि भी हुई है। याद रहे याचिकाकर्ता शर्मा ने अडानी समुखह के खिलाफ जांच की मांग नहीं की है। उनकी मांग हिंडेनवर्ग के खिलाफ जांच करने को लेकर की गई है। याचिका में यह भी कहा गया है कि जिन निवेशकों को शेयर गिरने की वजह से हानि हुई है
बता दें कि पिछले 24 जनवरी को अमरीकी संस्था हिंडेनवर्ग ने एक रिपोर्ट जारी कर अडानी समूह पर कई तरह के आरोप लगाए थे। रिपोर्ट के निष्कर्ष में 88 सवालों को शामिल किया गया था। रिपोर्ट में दावा किउया गया कि अडानी समूह Adani Group दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकॉउंट धोखाधड़ी में शामिल है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि तीन साल में शेयरों की कीमत बढ़ने से अडानी समूह के संस्थापक गौतम अडानी की संपत्ति एक अरब डॉलर से बढ़कर 120 अरब डॉलर हो गई।
इस दौरान समूह की सात कंपनियों के शेयर औसत 819 फीसदी बढे। इसके साथ ही रिपोर्ट में कई और तरह के भी आरोप लगाए गए हैं। एक आरोप यह भी है कि अडानी समूह Adani Group की कई शेल कंपनियां काम करती है और यह सब अडानी समूह को आगे बढ़ाने के लिए गलत काम में शामिल है। इस रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट होती जा रही है। अडानी जो पहले दुनिया के तीसरे धनी आदमी थे अब 22 वे स्थान पर पहुँच गए हैं।
इधर संसद सत्र के दौरान विपक्ष अब सरकार को घेर रही है और अडानी समूह की जांच को लेकर जेपीसी की मांग कर रहा है। सरकार की अपनी परेशानी है और अडानी समूह Adani Group की अपनी परेशानी। अब देखना है कि अदालत में पहुंची याचिका क्या रंग दिखाती है। कोर्ट इस पर क्या कुछ कहता है इस पर सबकी नजरे टिकी हुई है।