Adani Group News Today! अडानी -हिंडनवर्ग मामले में पहली बार गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर संज्ञान लेकर जांच समिति का है। अगर किसी के पास कोई है तो समिति के सामने इसे रखने की जरूरत है। शाह ने कहा कि इस मामले में सरकार को कोई भ्रम नहीं है। जब अदालत इसकी जांच कर रही है तो सबको न्यायिक प्रक्रिया पर भरोसा रखना चाहिए। शाह ने यह भी कहा कि अगर किसी ने कोई गलती की है तो उसे बक्शा नहीं जाएगा। इसलिए जरुरी है है कि सबको अदालत की प्रक्रिया पर भरोसा रखना चाहिए। शाह ने विपक्षी दलों द्वारा जेपीसी की मांग पर हालांकि कुछ नहीं कहा।
बता दें कि अमेरिकी शोध कंपनी हिंडेनवर्ग ने अडानी की कंपनी पर कई तरह के आरोप लगाए थे। उसने रिपोर्ट जारी कर कहा था कि यह कंपनी धोखाधड़ी और शेयर के मूल्य में हेराफेरी करती रही है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडानी की कंपनी को काफी नुक्सान भी हुए। उनकी संपत्ति लगातार नीचे खिसक गई। समूह ने हमेशा रिपोर्ट को गलत ही बताया।
गृहमंत्री शाह ने कहा कि अगर किसी को लगता है कि जांच समिति की रिपोर्ट सही नहीं है तो कोई भी इस मामले को उठा सकता है। विरोध करना भी चाहिए। इस मामले की जांच सेबी और सुप्रीम कोर्ट समानान्तर रूप से जांच करेंगे और सेबी इस मामले की जांच कर भी रही है। शाह ने आगे कहा कि विपक्ष बातचीत के लिए आगे आता है तो संसद में गतिरोध को दूर किया जा सकता है। विपक्ष दो कदम आगे बढ़ता है तो सरकार भी आगे भी आगे बढ़ेगी। शाह ने आगे कहा कि संसदीय प्रणाली और विपक्ष से नहीं चलती है। दोनों के सहयोग से ही यह संभव है। दोनोको मिलकर आगे आना होगा।
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शाह ने राहुल गाँधी पर भी निशाना साधा और कहा कि केवल प्रेस वार्ता करने से कुछ नहीं होगा। कुछ मुद्दे ऐसे होते हैं जो राजनीति से ऊपर होते हैं। यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने भी विदेशी धरती पर घरेलु राजनीतिक चर्चा करने से इंकार कर दिया था। दोनों पक्षों को अध्यक्ष के सामने बैठने दीजिये और चर्चा करने दीजिये। वे भी आगे बढे तो सरकार भी आगे बढ़ेगी और संसद चलने लगेगी। संवाददाता सम्मलेन से कुछ नहीं हो सकता।
एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद हालत काफी बदले हैं। अब कोई भी विदेशी ताकत हमारे भीतर हस्तक्षेप करने से डरता। उसकी हिम्मत अब नहीं होती। मोदी सरकार में जम्मू कश्मीर ,नक्सलवाद और पूर्वोत्तर के मुद्दे बहुत हद तक हल हुए हैं। शाह ने यह भी कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में भी एनडीए की जीत होगी और हम 300 से ज्यादा सीट लाएंगे।