Parliament Session: लोकसभा में congress के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष (Parliament Session) को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा कि जिन कारणों से हाल में 13 सदस्यों को निलंबित किया गया, मैं आग्रह करूंगा कि इस केस को समग्र रूप से फिर से देखा जाए और निलंबन को रद्द करने और सदन में व्यवस्था बहाल (Parliament Session) करने के लिए उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
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पत्र में आधीर रंजन ने लिखा कि जहां तक संसद की सुरक्षा (Parliament Session) का सवाल है तो सुरक्षा तंत्र के संबंध में केवल जांच ही नहीं, बल्कि इसमें जरूरी सुधार की तत्काल आश्यकता है। इसके लिए तत्काल जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। केस में उस पहलू की भी जांच करने की आश्यकता है, जिसके कारण से युवा इस तरह के दुस्साहस करने को मजबूर हो रहे हैं और खुद को खतरे में डाले रहे हैं। उनके परिवारों और दोस्तों की दुर्दशा पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
संसद की सुरक्षा सदस्यों की सिक्योरिटी से जुड़ा मसला’
उन्होने कहा कि संसद की सुरक्षा का मुद्दा हम सभी सदस्यों की सिक्योरिटी (Parliament Session) से जुड़ा है. इससे केस की गंभीरता और बढ़ जाती है. उन्होने यह भी कहा कि विपक्ष के सदस्यों का यह कर्तव्य बनता है कि वो सरकार से इस घटना पर वक्तढव्ये मांगे. स्पीकर को लिखे पत्र में congress नेता ने यह भी कहा कि उम्मीद की जाती है कि तत्काल सुरक्षा उपायों (Parliament Session) में कोई सुधार के कदम उठाए जाएंगे.
सरकार का ध्यान आकृष्ट कर रहे थे ‘घटना पर विपक्षी सदस्य’
अधीर रंजन ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि जिन सदस्यों को ”अनियंत्रित आचरण” के चलते सदन से निलंबित किया गया है, वो वास्तव में बहुत परेशान करने वाले मुद्दे (Parliament Session) पर सरकार का ध्यान आकृष्टि करना चाह रहे थे. इस पर वह सरकार का स्पष्टी करण जानने का दवाब बना रहे थे. मैंने, उन सभी की चिंताओं और दृषिचाहकोणों पर उनकी बात को सुनने के बाद उचित प्रतीत हुआ
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निलंबित सदस्यों के मामले को फिर से देखने की मांग’
उन्होंने आगे लिखते हुए स्पीकर से आग्रह किया कि 13 सदस्यों के निलंबन के कारणों को ध्यान में रखते हुए मामले को समग्र रूप से फिर से देखा जाए. उन सभी का निलंबन रद्द कर सदन में व्यवस्था बहाल करने के लिए उचित कार्रवाई की जाए.
पत्र में किया गया 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले का भी जिक्र
अपने पत्र में उन्होंने 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले के दौरान सोनिया गांधी (soniya gandhi) की तरफ से तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और तत्कालीन गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात का भी जिक्र किया.