Saff Football Championship: सुनील छेत्री के शानदार प्रदर्शन के बीच 2 युवा फुटबॉलरों ने सैफ चैंपियनशिप (saff championship) में भारत (india) के अपने अब तक के अभियान के दौरान प्रभावी प्रदर्शन किया है।
सैफ चैंपियनशिप फुटबॉल में सुनील छेत्री की अगुवाई वाली भारतीय टीम को पाकिस्तान और नेपाल के खिलाफ आसान जीत मिली है, लेकिन 27 जून यानी मंगलवार को भारत का अब तक का सबसे कठिन मुकाबला कुवैत के साथ होने जा रहा है । दोनों टीमें लंबे समय से एक दूसरे के साथ नही खेली है। दोनों के बीच अंतिम मुकाबला लगभग 13 साल पहले नवंबर 2010 में हुआ था, जिसमें कुवैत को भारत पर 9-1 के अंतर से बडा विजय मिली थी। दोनों ही टीमें टर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बना चुकी है, लेकिन दोनों को ही बीच ग्रुप ए में शीर्ष स्थान हासिल करने की होड रहेगी। मैच मे विजेता शीर्ष स्थान पर रहकर सेमीफाइनल में खेलेगा।
कुवैत की सर्वश्रेष्ठ फीफा रैंकिंग 24 रही
कुवैत का फुटबॉल में इतिहास काफी अच्छा रहा है। 1982 का विश्व कप खेल चुकी इस टीम की सर्वश्रेष्ठ फीफा रैंकिंग 24 रही है। हालांकि वर्तमान में स्थितियां वैसी नही है। अभी उसकी रैंकिंग 143 है, जो भारत के 101 के मुकाबले में काफी कम है वहीं भारत की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 94 रही है। बावजूद इसके कुवैत को हल्के में नही लिया जा सकता। नेपाल और पाकिस्तान के खिलाफ 3-1 और 4-0 की जीत में उसने अपने पुराने खेल की झलक दिखलाई है। कुवैत के कोच रूई बेटों का कहना है कि उनकी टीम ने टुकडों में अच्छा थेल दिखाया है, लेकिन उन्हें गेंद पर कब्जा और बढाने की जरूरत है। कुवैत के कोच रूई बेंटो ने कहा हम कभी-कभी अच्छा खेलते हैं, लेकिन हमारी बॉल (ball) की पकड़ और बेहतर हो सकती है. हमने यहां आने से पहले अफ्रीका (africa) की टीमों के साथ कठिन मैच खेले थे. उन्होंने आगे कहा बंगलूरू के उमस भरें मौसम में खेलना काफी कठिन है। वह अपने खिलाडियों को धन्यावाद देंगे जिन्होंने इन परिस्थितयों में भी पिछले दो मैचों में अच्छा खेल दिखाया
कप्तान छेत्री के दो मैचों में 4 गोल
भारतीय टीम ने पाकिस्तान पर 4-0 से जीत जरूर हासिल की , लेकिन नेपाल के खिलाफ 2-0 से जीत में पहले एक घंटे के दौरान उसे कोई गोल नसीब नही हुआ। गोल के मामले में टीम की 38 वर्षीय स्ट्राइकर सुनील छेत्री पर निर्भरता काफी ज्यादा है। उन्होने छह में से अब तक चार गोल किए है। टीम के मिडफील्डर सहल अब्दुल समद का कहना है कि उनके समेत टीम के दूसरे खिलाडियों को ज्यादा लक्ष्य साधना होगा, जिससे छेत्री का भार कम किया जा सके। कुवैत के खिलाफ दूसरे खिलाडियों का गोल करना जरूरी होगा, क्योकि छेत्री को विरोधी घेरकर रखेंगे