CM Yogi News : पहले हिमाचल प्रदेश और अब कर्नाटक की हार के बाद बीजेपी के भीतर मंथन का दौर जारी है। बीजेपी को लग रहा है कि अगर इस हार की भरपाई नहीं की गई तो अगले लोकसभा में पार्टी की मुश्किलें बढ़ जाएगी। ऐसे में बीजेपी का पूरा फोकस यूपी पर जा टिका है। उधर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी लग रहा है कि अगर उन्होंने अपने गढ़ यूपी को नहीं संभाला और बेहतर परिणाम नहीं मिली तो केंद्र से बीजेपी की सत्ता भी जा सकती है और यूपी की राजनीति भी खराब हो सकती है। ऐसे में सीएम योगी को अपने गढ़ को बचाने की बड़ी चुनौती है।
निकाय चुनाव में वैसे तो बीजेपी को जीत मिली है और सूबे में सीएम योगी की वाहवाही भी खूब हो रही है लेकिन योगी की चिंता इस बात को लेकर ज्यादा बढ़ गई कि कई मंत्रियों के इलाके में बीजेपी को परिणाम मिलने चाहिए थे ,नहीं मिले। कई मंत्रियों के क्षेत्र में बीजेपी की हार हुई है। वहां सपा ने जीत हासिल की है तो कही बसपा ने सेंध लगाया है। ऐसे में योगी अब मंत्रिमंडल में फेरबदल करने को तैयार हैं। अब इसकी तैयारी भी हो गई है। सभी मंत्रियों के परफॉर्मेंस को मापा जा रहा है। बेहतर काम करने वालों को प्रोन्नत भी किया जा सकता है जबकि ख़राब काम करने वालों को मंत्री पद से हटाकर संगठन में भेजने की तैयारी चल रही है। खबर के मुताबिक ऐसे करीब डेढ़ दर्जन मंत्री हैं जिनके काम काज से सीएम संतुष्ट नहीं हैं और इनके इलाके में पर्त्य की निकाय चुनाव चुनाव में हार भी हुई है।
कहा जा रहा है कि केंद्रीय बीजेपी से भी सीएम योगी को बदलाव करने के आदेश मिल गए हैं। कहा गया है कि अब बहुत हो गया। हमे किसी भी सूरत में अगले लोकसभा चुनाव में जीत जरूरी है और हमारा फोकस 80 सीटों के जितने पर होना चाहिए। इसके लिए किसी को हटाना भी पड़े और किसी को मंत्री बनाना भी पड़े तो जल्द इस पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
केंद्र के इस आदेश के बाद कई मंत्रियों की परेशानी बढ़ गई है। खासकर जिन मंत्रियों के इलाके में निकाय चुनाव में पार्टी की हार हुई है उनका मंत्रिमंडल से हटना तय माना जा रहा है। करीब डेढ़ दर्जन मंत्री हटाए जा सकते हैं। संगठन में इन्हे भेजा जायेगा।
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सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रियों और प्रदेश के नेताओं की जिम्मेदारी बदलकर पार्टी मंत्रियों को संगठन के नेताओं को सतर्क भी रखना चाहती है। कहा जा रहा है कि पार्टी के कई नेता और मंत्री ठीक से काम नहीं कर रहे हैं और जनता उनसे काफी नाराज भी है ऐसे में इन लोगों को संगठन में भेजकर इन्हे दंडित भी किया जा सकता है। जानकार कह रहे हैं कि योगी अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने के फैसले से लोकसभा चुनाव से पहले सरकार और पार्टी के ढांचे में बहुप्रतीक्षित बदलाव की शुरुआत कर रहे हैं। 2022 में योगी की सरकार दोबारा बनने के बाद यह पहला कैबिनेट फेरबदल होगा। मैनपुरी में सपा से बीजेपी काफी परेशान है और आजमगढ़ में जीत के बाद भी बीजेपी को लग रहा है कि सपा इस सीट को कभी भी झटक सकती है। ऐसे में बीजेपी का फोकस जहाँ 80 सीटों पर जीत हासिल करने का लेकिन सपा की राजनीति उसे अभी भी परेशन किये हुए है। इन तमाम बातो को ध्यान में रखकर ही बहुत जल्द योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल होने की संभावना है।