नई दिल्ली: अग्निपथ स्कीम को लेकर बीतते दिन के साथ लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. ये आंदोलन यूपी-बिहार से शुरु हुआ था, लेकिन धीरे-धीरे प्रदर्शन हर राज्यों में फैलता जा रहा है. सेना में भर्ती की नई स्कीम ‘अग्निपथ योजना’ का विरोध शुक्रवार को भी जारी है.
बिहार के अलग-अलग शहरों के साथ-साथ यूपी के बलिया में भी युवा सड़कों पर आ गए हैं. युवकों ने बलिया रेलवे स्टेशन में जमकर तोड़फोड़ की है. उधर, केंद्र सरकार की इस नई योजना का राजनीतिक दलों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है. सुबह- सुबह ही यूपी-बिहार में की ट्रेनों को फूंक दिया गया है. अग्निपथ स्कीम के विरोध में वाराणसी में बस पर पथराव हुआ है. इससे पहले बलिया में ट्रेन को फूंका गया था. स्टेशन पर तोड़फोड़ भी हुई थी.
अग्निपथ स्कीम के खिलाफ तेलंगाना में भी प्रदर्शन हो रहा है. यहां विरोध कर रहे लोगों ने Secunderabad रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की है. एक ट्रेन को भी यहां आग लगा दी गई है. दिल्ली के ITO में गेट नंबर 5 पर पुलिस बल तैनात किया गया है. यहां लेफ्ट विंग के छात्र संगठन AISA ने अग्निपथ स्कीम के विरोध में प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. उत्तराखंड में भी अग्निपथ स्कीम के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. यहां हल्द्वानी में नेशनल हाइवे जाम किया गया है. प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भिड़ंत भी हुई है.
इस बहाली योजना के खिलाफ प्रदर्शन आज भी जारी है. आंदोलनकारियों ने इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है. सरकार इसके लिए फिलहाल तैयार नहीं दिख रही है। हालांकि, कल एक संसोधन जरूर किया गया. सरकार ने गुरुवार को इस योजना के तहत उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है. हालांकि, ये आयु सीमा सिर्फ़ इसी साल के लिए बढ़ाई गई है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पिछले दो साल में कोई भर्ती नहीं होने के कारण यह फैसला लिया गया है. इससे पहले अग्निवीर बनने के लिए पहले निर्धारित आयु सीमा 17.5 साल से 21 साल थी. अग्निपथ योजना के बारे में सरकार ने 14 जून को ऐलान किया था. इस योजना के तहत देश की तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती छोटी अवधि के लिए संविदा पर की जाएगी. सरकार के मुताबिक, नई योजना देशभक्त और उत्साही युवाओं को सशस्त्र बलों में चार सालों तक काम करने का मौका देगी.
सेना में नई भर्ती को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार की तरफ से लाई गई अग्निपथ स्कीम का एक तरफ जहां भारी विरोध किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ इस पर सियासत भी खूब गरमाई हुई है. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अग्निपथ स्कीम पर सवाल उठाते हुए केन्द्र सरकार से कहा कि फौज पर रहम कीजिए. ओवैसी ने पीएम मोदी को ट्विटर पर टैग करते हुए कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी जी, आपकी “तपस्या” में फिर से कमी रह गयी. टीवी पर वापस आइये और इस तोड़ भर्ती स्कीम को जल्दी वापस लीजिये. देश की अर्थव्यवस्था, सामाजिक सद्भाव और कृषि व्यवस्था को बर्बाद करने के बाद अब कम से कम फौज पर रहम कीजिये.
‘अग्निपथ’ योजना को लेकर बिहार में मचे बवाल के बीच बेतिया में डिप्टी सीएम रेणु देवी के घर पर हमला हुआ है. डिप्टी सीएम ने इसकी पुष्टि खुद की है, उन्होंने कहा कि उनके पैतृक घर पर हमला हुआ है. गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई है. उन्होंने कहा कि छात्रों को उकसाया जा रहा है.
सेना में भर्ती के लिए मोदी सरकार की नई योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ बिहार में शुक्रवार की सुबह से शहर-शहर बवाल शुरू हो गया है. कल दिन भर हुए उपद्रव के बाद आज प्रदर्शनकारियों ने सुबह छह बजे से ही मोर्चा संभालना शुरू कर दिया. उन्होंने सड़क से लेकर रेलवे ट्रैक तक को निशाना बनाया है. कई रेलवे स्टेशनों पर पथराव, 2 ट्रेनों की बोगियों में आग लगाने के साथ ही जमकर तोड़फोड़ की.