Allegations of misuse of government machinery: केदारनाथ उपचुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप, कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की निष्पक्ष जांच की मांग
केदारनाथ उपचुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप, कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की निष्पक्ष जांच की मांग
Allegations of misuse of government machinery: देहरादून : आगामी 20 नवंबर को केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर उत्तराखंड में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। कांग्रेस ने इस चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने इस मामले में मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को पत्र लिखकर स्थिति की जांच और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस का आरोप: सरकारी अधिकारियों पर दबाव डालकर हो रहा है भाजपा का प्रचार
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में कहा है कि भाजपा के नेता, विशेषकर मुख्यमंत्री, अपने चुनावी दौरे में सरकारी अधिकारियों पर दबाव डालते हुए सरकारी मशीनरी का खुलेआम दुरुपयोग कर रहे हैं। माहरा के अनुसार, अधिकारियों और आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं को दबाव में डालकर भाजपा के पक्ष में काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। माहरा ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताते हुए इस तरह की गतिविधियों को आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया।
बाहरी राज्यों के वाहनों पर रोक की मांग
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि चुनावी क्षेत्र में बाहर के राज्यों, विशेषकर हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से आए वाहनों का प्रवेश बढ़ गया है। इन वाहनों में भाजपा के चुनावी पोस्टर लगे होते हैं, और उन्हें रोकने या तलाशी लेने की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। करन माहरा का कहना है कि स्थानीय लोगों की गाड़ियों की सघन तलाशी ली जा रही है, जबकि भाजपा नेताओं और उनके समर्थकों के वाहनों को बिना किसी जांच के चुनाव क्षेत्र में प्रवेश करने दिया जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि बाहरी वाहनों के माध्यम से भाजपा कार्यकर्ता मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए शराब और पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं।
चुनाव आयोग से निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव की मांग
कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मांग की है कि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए इस मामले की गहन जांच की जाए। पार्टी का कहना है कि इस तरह के दबाव और बाहरी हस्तक्षेप के कारण चुनाव का माहौल प्रभावित हो रहा है, जिससे लोकतंत्र की नींव कमजोर हो सकती है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से आदर्श चुनाव आचार संहिता के प्रावधानों का सख्ती से पालन करने की अपील की है ताकि निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो सके।
कांग्रेस की मांग: बाहरी राज्यों के वाहनों पर तत्काल रोक लगे
कांग्रेस ने यह भी आग्रह किया है कि वोटिंग की तारीख तक केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई जाए। पार्टी का दावा है कि इस प्रतिबंध से बाहरी हस्तक्षेप रोका जा सकेगा और चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहेगी। कांग्रेस का कहना है कि यदि बाहरी वाहनों की आवाजाही पर नियंत्रण नहीं लगाया गया, तो इससे वोटरों पर दबाव डाला जा सकता है और चुनाव में गड़बड़ी की आशंका बढ़ सकती है।
कांग्रेस की ओर से निष्पक्ष चुनाव पर जोर
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से संपन्न हो। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा, सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर और प्रशासन पर दबाव डालकर चुनावी नियमों का उल्लंघन कर रही है। माहरा ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
भाजपा की प्रतिक्रिया का इंतजार
हालांकि, कांग्रेस के इन आरोपों पर भाजपा की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। कांग्रेस के इस आरोप और मांगों से राज्य की राजनीति में नया मोड़ आ गया है। भाजपा के नेता इन आरोपों का क्या जवाब देंगे और चुनाव आयोग इस मुद्दे पर क्या कदम उठाएगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
कुल मिलाकर, कांग्रेस के आरोपों और बाहरी वाहनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग ने केदारनाथ उपचुनाव को लेकर माहौल गरमा दिया है। चुनाव आयोग की इस पर क्या प्रतिक्रिया होती है और वह निष्पक्षता बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाता है, यह देखना दिलचस्प होगा।