Shah Rallies Cancelled: अमित शाह की महाराष्ट्र में सभी रैलियां रद्द, अचानक हुए रवाना नागपुर से दिल्ली के लिए
महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री अमित शाह की सभी रैलियां रद्द कर दी गई हैं। केंद्रीय गृह मंत्री नागपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। शाह को आज चार रैलियों को संबोधित करना था, लेकिन मणिपुर हिंसा के कारण उनका चुनावी दौरा रद्द कर दिया गया।
Shah Rallies Cancelled: महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री अमित शाह की सभी रैलियां रद्द कर दी गई हैं। केंद्रीय गृह मंत्री नागपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। दरअसल, शाह आज महाराष्ट्र में चार जनसभाओं को संबोधित करने वाले थे, लेकिन अचानक यह खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक मणिपुर हिंसा के चलते उनका चुनावी दौरा रद्द किया गया है। शाह लगातार मणिपुर के हालात पर नजर रख रहे हैं और वरिष्ठ अधिकारियों से अपडेट ले रहे हैं।
अमित शाह गढ़चिरौली, वर्धा, कटोल और सांवेर में चुनावी रैलियां करने वाले थे। शाह की जगह अब स्मृति ईरानी इन जगहों पर चुनावी रैलियां करेंगी। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा। 288 सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा। चुनाव प्रचार कल यानी 18 नवंबर को खत्म हो जाएगा। ऐसे में शाह आज जोरदार तरीके से प्रचार करने वाले थे, लेकिन मणिपुर हिंसा के चलते अचानक उनकी सभी रैलियां रद्द कर दी गईं।
डीजी सीआरपीएफ मणिपुर के लिए रवाना
मणिपुर के हालात को देखते हुए डीजी सीआरपीएफ मणिपुर के लिए रवाना हो गए हैं। वे वहां कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नई टीम बनाई जा रही है। मणिपुर के कुछ इलाकों में कर्फ्यू में ढील दी गई थी, वहां फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए बिष्णुपुर, इंफाल और जिरीबीम इलाकों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है।
केंद्र सरकार लगातार सक्रिय है
केंद्र सरकार मणिपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। डीजी सीआरपीएफ के मणिपुर दौरे के साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम भी जल्द ही राज्य का दौरा करेगी। शनिवार को केंद्र सरकार ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए अहम आदेश दिया था कि हिंसक गतिविधियों में शामिल और दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मणिपुर में क्यों भड़की हिंसा?
मणिपुर एक बार फिर हिंसा की आग में जल रहा है। हालात फिर से तनावपूर्ण हो गए हैं। गुस्साई भीड़ ने इंफाल में मंत्रियों और विधायकों के घरों में आग लगा दी। उनकी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। हालात अभी भी तनावपूर्ण हैं। पूरे इलाके में जवानों को तैनात किया गया है। जीरी नदी में तीन शव मिलने के बाद लोग भड़क गए। गुस्साए लोगों ने मंत्री के घर की तरफ रुख किया, लेकिन जब उन्हें पता चला कि मंत्री राज्य में नहीं हैं, तो गुस्साए लोगों ने घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी।