UP Bijnor News: दिल्ली पब्लिक स्कूल बिजनौर में एनिमल पार्टी प्री का आयोजन
Animal Party Pre organized in Delhi Public School Bijnor
UP Bijnor News: दिल्ली पब्लिक स्कूल,बिजनौर द्वारा आयोजित एनिमल पार्टी प्री-प्राइमरी छात्रों के लिए एक अनूठी और ज्ञानवर्धक पहल थी. जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में प्रकृति और जीव-जंतुओं के प्रति रुचि को बढ़ावा देना था। इस कार्यक्रम में फार्म, जंगली, पालतू,जलीय और उभयचर जानवरों की श्रेणियों का प्रतिनिधित्व करके बच्चों ने न केवल अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया,बल्कि उन्हें अलग-अलग प्रकार के जानवरों के बारे में जानने का भी मौका मिला।
बच्चों ने कछुआ,मछली,कुत्ते,शेर,गाय,बत्तख और बंदर जैसे विभिन्न जानवरों की भूमिका निभाई और उनका वेशभूषा पहनकर उनकी आवाज़ों की नकल की।इससे बच्चों के भीतर न केवल आत्मविश्वास का विकास हुआ, बल्कि वे अपने आस-पास की प्रकृति से भी गहरे जुड़ाव महसूस कर सके।
इसके अतिरिक्त,पीनट और बटर जैसे असली पालतू जानवरों की उपस्थिति ने बच्चों के बीच विशेष आकर्षण पैदा किया।इन पालतू जानवरों के साथ इंटरैक्ट करने से बच्चों ने सजीव जानवरों के प्रति संवेदनशीलता और देखभाल की भावना विकसित की।
पार्टी के दौरान बच्चों के बीच कई मजेदार गतिविधियाँ आयोजित की गईं।उनमें से एक प्रमुख आकर्षण था गेस द एनिमल “गेम, जिसमें बच्चों को जानवरों की आवाज़ों और उनके बारे में दिए गए संकेतों से पहचानना था।इससे बच्चों का ध्यान न केवल मनोरंजन पर केंद्रित रहा,बल्कि उन्होंने विभिन्न प्रजातियों की विशेषताओं को भी समझा।
शिक्षकों ने भी इस आयोजन को और अधिक रोचक बनाने के लिए कई दिलचस्प तथ्यों को साझा किया,जैसे कि किस प्रकार जलीय जीव पानी में सांस लेते हैं, उभयचर जीव धरती और पानी दोनों जगह रह सकते हैं, और पालतू जानवर मनुष्यों के सबसे अच्छे साथी होते हैं। इस प्रकार की जानकारी बच्चों के मन में जिज्ञासा उत्पन्न करती है और उन्हें सीखने के प्रति प्रेरित करती है।
अंत में,प्रधानाचार्या जी ने अपने प्रेरणादायक शब्दों से छात्रों का उत्साहवर्धन किया और बताया कि इस आयोजन ने बच्चों को न केवल जानवरों के बारे में जानकारी दी,बल्कि उन्हें उनके महत्व और उनके साथ जिम्मेदारी से व्यवहार करने की सीख भी दी।यह एनिमल पार्टी वास्तव में बच्चों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव थी,जिसने उनके भीतर प्रकृति और जीव-जंतुओं के प्रति प्रेम और करुणा के भाव को बढ़ाया।यह आयोजन न केवल शैक्षिक था,बल्कि बच्चों की रचनात्मकता,सोचने की क्षमता और सामूहिक भागीदारी को भी बढ़ावा देने वाला था।कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शिक्षिका बिंदु चौधरी एवं अन्य शिक्षक और शिक्षिकाओं का अहम योगदान रहा।