Mobile Phone Addiction: क्या आप अपने स्मार्टफोन के साथ बहुत ज़्यादा समय बिताते हैं? यदि हां, तो आप अकेले नहीं हैं। आजकल हम सभी अपना बहुत सारा समय अपने फोन पर बिताते हैं। यह तक की खबरों से लेकर सोशल मीडिया तक, सब कुछ हमारी उंगलियों पर उपलब्ध है।
लेकिन, यह सब हमारे मानसिक स्वास्थ्य और उत्पादकता को कम कर सकता है। इसके लिए आप डिजिटल वेलबीइंग की मदद ले सकते हैं।
डिजिटल वेलबीइंग क्या है?
डिजिटल वेलबीइंग तकनीक के हमारे इस्तेमाल को संतुलित करने का एक तरीका है। यह हमें यह समझने में मदद करता है कि हम अपने फोन का कैसे और कितना इस्तेमाल करते हैं, और हमें अपने जीवन में संतुलन बनाने में मदद करता है। सभी एंड्रॉयड उपयोगकर्ताओं के पास सेटिंग सेक्शन में इस सुविधा तक पहुँच है।
स्मार्टफोन के इस्तेमाल को कम करने के तरीके
अपने फोन के इस्तेमाल को ट्रैक करे
अधिकांश स्मार्टफोन में डिजिटल वेलबीइंग फीचर होता है जो यह निगरानी करने में आपकी मदद करता है कि आप अपने फोन का कितना उपयोग करते हैं। आप देख सकते हैं कि आप कौन से ऐप का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल करते हैं और स्क्रीन को देखने में आप कितना समय बिताते हैं।
नोटिफिकेशन प्रबंधित करे
नोटिफ़िकेशन हमें हर समय परेशान करते रहते हैं। आप उन ऐप्स के लिए नोटिफ़िकेशन बंद कर सकते हैं जिनका आप बहुत ज़्यादा इस्तेमाल करते हैं।
स्क्रीन टाइम लिमिट करे सेट
आप अपने फ़ोन पर कुछ ऐप्स के लिए स्क्रीन टाइम लिमिट सेट कर सकते हैं। एक बार जब आप अपनी सीमा तक पहुँच जाते हैं, तो आपका फ़ोन आपको नोटिफ़िकेशन दिखाकर ऐप बंद करने के लिए कहेगा।
डिजिटल डिटॉक्स डे करे शेड्यूल
अपने फ़ोन का इस्तेमाल न करने की कोशिश करें या हफ़्ते में एक दिन जितना हो सके उतना कम इस्तेमाल करें। आप कोई किताब पढ़ सकते हैं, टहलने जा सकते हैं या दोस्तों और परिवार के साथ समय बिता सकते हैं।
सोने से पहले न करे फ़ोन का इस्तेमाल
नींद के लिए एक अच्छी आदत यह है कि सोने से कम से कम एक घंटा पहले अपने फोन का इस्तेमाल न करें। स्क्रीन से निकलने वाली नीली किरणें नींद को प्रभावित कर सकती हैं। इसका मतलब है कि फोन का ज़्यादा इस्तेमाल आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है।