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Assam flood: आसाम में बाढ़ से बुरा हाल, 1.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित

Assam flood : इन दिनों जहां उत्तर भारत(Uttar bharat) के लोग गर्मी से जूझ रहे हैं वही उतरी- पूर्व(North east) के लोग बाढ़(Flood) से झुलस रहे हैं सात बहनों (Seven Sisters) के एक राज्य(State) असम (Assam) इन दिनों बढ़ा(Flood) के शिकार में है। यहाँ बाढ़(Flood)की स्थिति सोमवार को और भी बिगड़ गई। असम के आठ जिलों में बाढ़ से 1.05 लाख से अधिक लोगों को नुकसान हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार, बक्सा, बारपेटा, दरांग, धेमाजी, गोलपारा, करीमगंज, नागांव और नलबाड़ी जिलों में बाढ़(Flood) का असर हुआ है। करीमगंज इस समय सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 95,300 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। नागांव में लगभग 5,000 और धेमाजी में 3,600 से अधिक लोग प्रभावित हैं। कुल 309 गांव पानी में डूबे हुए हैं और 1,005.7 हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है। जिसमें 26 लोगों की मौत भी हुई है।

470 गांवों के 1.61 लाख लोग प्रभावित: राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार, जारी बाढ़ में 470 गांवों के 1.61 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित जिलों में तामुलपुर, बोंगाईगांव करीमगंज, लखीमपुर, उदलगुरी, दरांग, धेमाजी, नागांव, होजई, चिरांग, बारपेटा, बक्सा, नलबाड़ी और गोलपारा, विश्वनाथ जिले शामिल हैं. करीमगंज जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. करीमगंज जिले के 210 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.

असम(Assam) में बाढ़ से अब तक 39,906 पशुधन को नुकसान पहुंचा है, ज्यादा तर करीमगंज जिले में। बाढ़ से फिर से 60 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है, सबसे अधिक बोंगाईगांव जिले में। बाढ़ की वजह से लोगों को सरकार द्वारा स्थापित 3982 आश्रय शिविरों में शरण मिल रही है। इन आश्रय शिविरों में करीमगंज जिले में स्थित हैं। बाढ़ का प्रकोप तटबंधों से पानी छोड़े जाने से बढ़ गया है, खासकर नदी बांधों के कारण। इससे कानपुर और पश्चिम कार्बी आंगलोंग के लोगों को भी खतरा है।

सड़क संपर्क प्रभावित:
बाढ़ के कारण असम के अलावा मेघालय और अरुणाचल प्रदेश की पहाड़ियों में भूस्खलन हो रहा है, जिससे लोगों के लिए खतरा बढ़ गया है। अरुणाचल प्रदेश के कसिंगसा में बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क संपर्क बाधित हो गया है। पश्चिमी गारो पहाड़ियों से बहने वाली पानी की धारा ने गोलपारा के कई गांवों को जलमग्न कर दिया है। मेघालय में भी भूस्खलन के कारण सिलचर गुवाहाटी एनएच-6 प्रभावित हुआ है।

मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, असम में बाढ़ ने बड़ी हानि मचाई है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में बारिश में कमी आई है। अगले दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की गई है। नदियों का बढ़ता जलस्तर भी लोगों को चिंतित कर रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, नगांव-कामपुर में कपिली नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है।
केंद्रीय जल आयोग ने मंगलवार को दोपहर को घोषणा की कि कामपुर में कपिली नदी का जलस्तर 0.24 मीटर कम हो गया है, लेकिन यह अभी भी 0.93 मीटर ऊपर खतरे के स्तर से बह रही है। वहीं, करीमगंज में कुशियारा नदी खतरे के स्तर से 0.42 मीटर ऊपर बह रही है। अगले 24 घंटों में कामपुर में कपिली नदी के जलस्तर में कमी की संभावना जताई है। जबकि कुशियारा नदी में जलस्तर बढ़ने का अनुमान है। इस बीच बराक, मोरीगांव, कोकराझार, बोंगाईगांव, शिवसागर, धुबरी, और जोरहाट और डिब्रूगढ़ में ब्रह्मपुत्र के निशान को पार कर गई हैं, लेकिन अभी भी खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं।

Mansi Negi

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