नई दिल्ली: पिछले साल अगस्त में जब से तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता अपने हाथों में ली है, तभी से महिलाओं की आवाज दबाई जा रही है. आजादी से जीने के उनके सभी अधिकार छीने जा रहे हैं. उन्हें क्या बोलना है, क्या पहनना है, कहां नौकरी करनी है, कहां पढ़ना है, ये सब तालिबान तय करने में लगा है. यहां तक की छठी क्लास के बाद लड़कियों के स्कूल जाने पर भी वह पाबंदी लगा रहा है. (Afghanistan)
महिलाओं के पार्क, जिम जाने पर रोक
अफगानिस्तान में तालिबानी शासन लोगों की जिंदगी बद से बदतर करता जा रहा है सभी जानते हैं तालिबान ने अभी तक अफगानी महिलाओं के साथ बर्बरता की सभी हदें पार कर दी हैं इसके साथ ही अभी तक महिलाओं पर कई तरह की पाबंदियां भी लगाई गई हैं इसी बीच एक और तालिबानी फरमान सामने आया है जिसके मुताबिक अफगानिस्तान (Afghanistan) में अब महिलाएं पार्क और जिम नहीं जा पाएंगी वहां की तालिबान सरकार ने महिलाओं से ये हक भी छीन लिया है और इसकी वजह से काबुल में महिलाओं को पार्क जाने से रोका जा रहा है
पुरुषों के साथ ही जा सकेंगी बाहर
वहीं सूत्रों की मानें तो वहां पर महिलाओं के साथ-साथ बच्चों को भी पार्क में खेलने नहीं दिया जा रहा एक महिला के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक वो अपनी पोती के साथ पार्क आई थीं, लेकिन तालिबान के अधिकारियों ने पार्क में एंट्री ही नहीं लेने दी बता दें इससे पहले भी अफगानिस्तान (Afghanistan) में महिलाओं पर ऑफिस में काम करने को लेकर रोक लगाई जा चुकी है और घर से अकेले निकलने पर भी पूरी तरह से पाबंदी है क्योंकि कुछ समय पहले ही तालिबान ने एक फरमान जारी कर रहा था कि महिलाएं घर से अकेली नहीं निकलेंगी और किसी एक पुरुष का उनके साथ होना जरूरी है
अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबानी सरकार ने महिलाओं की शिक्षा पर भी तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए हैं और ये कोशिश लगातार जारी है वहीं, महिलाएं अगर अपने हक के लिए आवाज उठाने की कोशिश करती है, तो उनके साथ बुरा व्यवहार किया जाता है यहां तक की अफगानिस्तान में (Afghanistan) तालिबानी सरकार महिलाओं को शिक्षा के अधिकार के लिए विरोध करने पर छात्राओं को पीटने से भी गुरैज नहीं कर रही है द इंडिपेंडेंट के मुताबिक, छात्रों को बुर्का नहीं पहनने पर पूर्वोत्तर अफगानिस्तान की एक यूनिवर्सिटी में एंट्री करने पर बैन लगा दिया गया है और जब छात्राओं ने इसका विरोध कि तो उन पर कोड़े बरसाए गए
अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबानी शासन ने महिलाओं का हर अधिकार छीन लिया है लेकिन हैरानी की बात ये है कि दुनिया की तमाम महाशक्तियां इस बर्बरता पर चुप्पी साधे हुए हैं और ह्यूमन राइट्स की दुहाई देने वाले दुनिया के तमाम संगठन ऐसा लग रहा है जैसे गहरी नींद में सो रहे हैं