Foreign NewsSliderट्रेंडिंगन्यूज़

Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हो रहे हिंसा पर हरिद्वार के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद में गुंजी न्याय की मांग

Bangladesh Violence: Demand for justice echoed in Haridwar's Akhil Bharatiya Akhara Parishad on violence in Bangladesh.

Bangladesh Violence: बांग्लादेश का हालत किसी से छुपा नहीं है। वहां हर रोज हिंसा बढ़ती जा रही है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक में हिंदू समाज रहता है, जिस पर लगातार हमले हो रहे हैं। कभी मंदिर तो कभी उनके कारोबार तो कभी उनके घरों पर निशाना बनाया जा रहा है। अब यह हिंसा का मामला हरिद्वार अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद तक जा पहुंचा है, जिसे लेकर साधु संतों ने 13 अगस्त के दिन एक बैठक की है और इस बैठक में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर चर्चा की।

बैठक में परिषद ने अपनी मांगों को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने बांग्लादेश में हो रहे हालिया राजनीतिक उथल-पुथल के बीच हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर गहरी चिंता जताई है साथ ही लिखा है कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक के खिलाफ हो रहे अपराध में पूरी दुनिया छुपी साधी हुई है। इसे लेकर विरोध करना चाहिए।

वहीं इस घटना के बाद महंत रविंद्र पुरी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव से बांग्लादेश में हिंदू के खिलाफ हो रही हिंसा की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव करने का आग्रह किया है, जिसको लेकर उन्होंने लिखा है कि हमें आशा है कि आप अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के संतों की भावनाओं को समझने की कोशिश करेंगे और बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर जरूरी कदम उठाएंगे।

इस पत्र के अलावा इन्होंने मीडिया से बातचीत भी की है जिसमें उन्होंने कहा कि अगर भारत सरकार अपनी तरफ से इजाजत देती है तो बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक को बचाने के लिए हमारे देश के नागा साधु उस देश तक जाने के लिए तैयार है उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को जो अत्याचार हो रहा है वह असहनीय है अगर भारत सरकार की अनुमति देता है तो हम सभी हिंदुओं को बचाने की कोशिश करेंगे। हालांकि बांग्लादेश सरकार भी अपनी तरफ से हर कोशिश प्रयास कर रही है लेकिन किसी भी तरीके की सफलता नजर नहीं आ रही है। बांग्लादेश में नई सरकार का गठन भी हो गया है लेकिन फिर भी अल्पसंख्यक हिंदू समाज पर खतरा बढ़ रहा है।

Khushi Singh

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button