Bengaluru Meeting: आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मात देने के लिए विपक्षी दलों का सामूहिक मंच आज बेंगलुरु में तैयार कर दिया गया है। इस बैठक में पटना की बैठक में पहुंचे दल तो पहुंच ही रहे हैं, इसके आलावा करीब दस नए दल भी इस बैठक में पहुंच रहे हैं। दोपहर बाद अधिकतर नेता बेंगलुरु (Bengaluru Meeting) पहुंच जायेंगे। खबर के मुताबिक शरद पवार संभवतः आज की बैठक में शामिल नहीं हो रहे है। शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले आज बेंगलुरु पहुंच रही है। उधर ममता बनर्जी भी कल की बैठक में शामिल होगी। आज रात्रि भोज का आयोजन है और कल सभी दलों के बीच आगामी चुनाव में बीजेपी को कैसे मात दिया जाए इसको लेकर रणनीति तैयार की जानी है।
बेंगलुरु की बैठक (Bengaluru Meeting) से पहले पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक हुई थी। उस बैठक में 17 दल शामिल हुए थे। लेकिन इस बैठक से बड़ा जो सखा प्रेस कांफ्रेंस हुआ था उससे अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम के लोग निकल गए थे। केजरीवाल चाहते थे कि दिल्ली के ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार ने जो अध्यादेश लाया है उसका विरोध कांग्रेस भी करें और इस बारे में वह आश्वासन दें । हालांकि कांग्रेस ने यह कहा था कि यह संसद के भीतर का मामला है। हम वक्त आने पर इस पर अपनी राय रखेंगे। इससे नाराज होकर हो केजरीवाल बैठक के बाद पटना से निकल गए थे।
लेकिन अब कांग्रेस ने सब कुछ सेट कर दिया है पिछले 16 तारीख को कांग्रेस ने अध्यादेश के खिलाफ संसद में अपनी बात रखने की भी गारंटी दी है और केजरीवाल को भी कह दिया है कि अध्यादेश के मामले में वह केजरीवाल के साथ है। इसके बाद आज शाम को ही केजरीवाल की टीम ने भी बेंगलुरु पहुंचने का ऐलान कर दिया है।
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ममता बनर्जी को लेकर भी कई कयास लगाए जा रहे थे। बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान भारी हिंसा में करीब 40 लोगों की जान चली गई और कांग्रेस और टीएमसी के बीच कई तरह के आरोप प्रत्यारोप की भी राजनीति हुई। फिर तनाव ऐसा बढ़ा कि राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा होने लगी कि शायद ममता बनर्जी बेंगलुरु बैठक (Bengaluru Meeting) में नहीं जायेगी। लेकिन कांग्रेस ने ममता को भी सेट कर लिया। टीएमसी के कई नेता आज बेंगलुरु पहुंच रहे हैं। ममता बनर्जी कल बेंगलुरु पहुंचेगी।
खबर के मुताबिक बेंगलुरु में कई तरह के रोड मैप बनाने की बात हो रही है। सबसे पहले एक संयोजक का चुनाव होना है। इसके बाद कई समितियां तैयार होगी। फिर एक-एक सीट का आंकलन होगा और हर सीट पर एक साझा उम्मीदवार उतारने की रणनीति होगी। खबर के मुताबिक नीतीश कुमार या फिर शरद पवार को विपक्षी एकता का संयोजक बनाया जा सकता है। बिहार से करीब 6 पार्टियां इस बैठक में हिस्सा लेने जा रही है।
बैठक का अंतिम अंजाम क्या होगा यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन इस बैठक को लेकर बीजेपी की परेशानी बढ़ी हुई है। हालांकि बीजेपी भी कल 18 जुलाई को एनडीए की बैठक कर रही है। खबर के मुताबिक उस बैठक में भी दो दर्जन से ज्यादा पार्टियां शिरकत करेगी।