Manipur Violence: मणिपुर में लगातार जारी हिंसा के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। जिसमें राज्य सरकार को बड़ा झटका लगा है। बताया जा रहा है कि एनडीए सहयोगी कुकी पीपुल्स एलायंस मणिपुर ने एन बीरेन सिंह सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। जिसके लिए केपीए प्रमुख तोंगमांग ने हाओकिप ने राज्यपाल अनुसुइया उइके के पास बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार से संबंध को तोड़ने की जानकारी दी है। जिसमें उन्होंने ने कहा कि सीएम बिरेन से समर्थन रखना किसी भी मतलब का नहीं है। ऐसे में केपीए बिरेन सरकार से अपना समर्थन वापस लेता है।
मणिपुर में जातीय हिंसा के बाद अब सियासी हलकों में सरगर्मी तेज हो गई है। एक तरफ हिंसा हो रही है तो वहीं अब दूसरी तरफ राजनीति पार्टियों में एनडीए से बगावत से सुगबुगाहट का सिलसिला नजर आने लगा है। आपको बता दें कि ये कुकी पीपुल्स एलायंस ने आगामी विधानसभा सत्र जो कि 21 अगस्त से शुरू हो रहा है। इसे देखते हुए बिरेन सरकार से अपना समर्थन वापस लिया है। उनका कहना है कि राज्य में हो रही हिंसा की वजह से हालात बिल्कुल खराब हैं। ऐसे संगीन हालातों के बीच हमारे विधायकों का सत्र में जाना किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। ये उनकी सुरक्षा के दायरें से बाहर होगा और सभी विधायकों में वैसे भी डर का माहौल बना हुआ है । इसीलिए विभिन्न दलों के कुकी समुदाय से जुड़े हमारे विधायक इस सत्र में शामिल नहीं होंगे। बता दें कि मणिपुर में 60 सीटों वाली विधान सभा में कुकी- डोमी समुदाय के पास 10 विधायक हैं। जिनमें से 7 भाजपा के हैं तो दो कुकी पीपुल्स एलायंस व निर्दलीय विधायक हैं.
मणिपुर में 3 महीनें से हिंसा जारी है। कुकी और मैतई समुदाय के बीच हिंसा में अब तक करीब 160 लोगों ने जान गवा दी है। मणिपुर में हिंसा का दौर जारी है जो थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हालात बेहद ही बुरे हैं इतिहास के कालें पन्नों में ये मणिपुर की हिंसा दर्ज होने वाली। मणिपुर में वो दौर चल रहा है जो किसी आपातकालीन स्थिति में भी न होता होगा। कहीं महिलाओं के साथ हैवानियत की जा रही है तो कहीं लोगों के घरों मकानों को आग के हवाले कर दिया जा रहा है। मणिपुर में मौत का मातम लगातार जारी है। मणिपुर से आय दिन हिला देने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं ताजा हिंसा में ही 6 लोगों की मौत हुई तो 15 लोगों के घरों में आग लगा दी गई है।