Bihar 1st Phase Loksbaha 2024 Opinion Poll NDA: बिहार में एनडीए की हालत ठीक नहीं बताई जा रही है। कल चार सीटों पर मतदान हुआ। चार में से तीन सीटों पर पीएम मोदी ने सभाएं की थी। मोदी पहले जमुई प्रचार करने गए थे फिर वे नवादा पहुंचे थे। फिर पीएम मोदी गया भी गए थे। केवल औरंगाबाद सीट पर प्रचार करने मोदी नहीं गए थे। इस सीट के लिए प्रचार करने यूपी के सीएम योगी गए थे। यह भी बता दें कि औरंगाबाद और नवादा में बीजेपी के उम्मीदवार खड़े थे। जमुई में चिराग पासवान के उम्मीदवार हैं और गया में हम प्रमुख जीतराम मांझी चुनाव लड़ रहे हैं। गया में तो मोदी ने यह भी कहा था कि यहाँ मांझी नहीं खुद मोदी चुनाव लड़ रहे हैं।
जमुई और नवादा में पीएम के साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी गए थे लेकिन जब पीएम मोदी गया और पूर्णिया गए तो वहां नीतीश कुमार नहीं थे। पूर्णिया सीट पर जदयू उम्मीदवार संतोष कुशवाहा चुनाव लड़ रहे हैं। कहा जा रहा है कि पूर्णिया की सभा में नीतीश कुमार को दूर इसलिए रखा गया क्योंकि पीएम मोदी नीतीश के व्यवहार से खुश नहीं थे।
नीतीश के भाषण से एनडीए के खिलाफ माहौल बन रहा था। एक मंच पर तो नीतीश कुमार ने हंसी मजाक शुरू कर दिया था। और मोदी के पैर पर हाथ भी रख दिया था। नीतीश कुमार चार सौ पार के नारे को चार हजार तक कह रहे थे। ऐसे में अब कहा जा रहा है कि अब पीएम मोदी के साथ कम से कम सभाओं में ही शामिल हो सकते हैं।
बिहार में यह भी खबर फ़ैल रही है कि बीजेपी अपने उम्मीदवार के लिए मजबूती से चुनाव लड़ रही है लेकिन जदयू की हालत ख़राब है। एक सर्वे में यह भी बताया गया कि चिराग पासवान भी सभी पांच सीटें जीत रहे हैं। यानी मुश्किल में जदयू है और उनके सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी है। यह भी कहा जा रहा है कि इस बार बीजेपी और जदयू नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच सहयोग नहीं है। इसका असर भी देखने को मिल रहा है। कई जगह तो जदयू के लोग बीजेपी को टारगेट भी कर रहे हैं। अब देखना होगा कि चुनाव में जदयू की हालत क्या हो पाती है।
नीतीश कुमार जब से फिर से बीजेपी के साथ आये हैं तब से उनके खिलाफ भी माहौल बना हुआ है। उनके खिलाफ एक अभियान सा चल रहा है। कहा जा रहा है कि इसके पीछे भी बीजेपी का ही इकोसिस्टम काम कर रहा है। नीतीश को बदनाम करने का अभियान तरीके से चलाया जा रहा है। हालांकि पहले भी बीजेपी का वोट जदयू को पूरी तरह से ट्रांसफर नहीं होता था लेकिन इस बार तो कम वोट ही ट्रांसफर हो सकता है। तभी यह कहा जा रहा है कि जदयू भी बीजेपी का खेल बिगाड़ने में जुटी हुई है। चिराग और नीतीश के लोग एक दूसरे पर खूब हमला कर रहे हैं। हालांकि चुनाव में मोदी फैक्टर की वजह से यह सब सामने नहीं आ रहा है कि एनडीए के भीतर सब कुछ ठीक नहीं है।