राजनीति

Priyanka Gandhi Wayanad: प्रियंका गांधी पर बीजेपी सांसद की भविष्यवाणी, कहा- “अगर चुनाव लड़ीं तो”

Priyanka Gandhi Wayanad: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। प्रियंका गांधी वायनाड उपचुनाव में उतरेंगी। राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट छोड़ दी है। वे रायबरेली से सांसद बने रहेंगे। प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के वायनाड से चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर राजनीतिक गलियारों और सोशल मीडिया (social media) पर चर्चाएं तेज हो गई हैं। चर्चा यह भी है कि भाजपा की नेता स्मृति ईरानी ( Smriti Irani ) वायनाड सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। भले ही इस बार अमेठी के  KL शर्मा ने लोकसभा चुनाव जीता हो, लेकिन स्मृति ईरानी ने 2019 में कांग्रेस के गढ़ अमेठी से राहुल गांधी को हराया था। उन्हें इस सीट से चुनाव लड़ाकर भाजपा इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प हो सकता है।


कांग्रेस (Congress) की महासचिव प्रियंका गांधी ने इस चुनाव में पार्टी को उत्तर प्रदेश (uttar Pradesh) और दूसरे राज्यों में ज़्यादा सीटें दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। इसके लिए प्रियंका को इनाम भी मिला है। प्रियंका गांधी वाड्रा केरल की वायनाड सीट से उपचुनाव लड़ने जा रही हैं। यह प्रियंका का पहला चुनाव होगा। इसको लेकर यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री और BJP के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि प्रियंका अपना पहला चुनाव ही हार जाएंगी। वहीं, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने दावा किया है कि प्रियंका 5 लाख वोटों के अंतर से चुनाव जीतकर आएंगी।


प्रियंका गांधी पर BJP के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने निशाना साधते हुए कहा कि उनकी हार उनके पहले चुनाव की शुरुआत होगी। उनके अनुसार, राहुल गांधी को पता है कि अगर वे रायबरेली से बाहर निकल गए तो फिर से जीत नहीं पाएंगे। इसी वजह से उन्हें उत्तर प्रदेश से डर लगता है। बीजेपी सांसद ने कहा कि प्रियंका गांधी कहती थीं कि ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं… अगर लड़ सकती हैं तो वह आएं, उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ें। ये दोनों भाई-बहन केवल अपनत्व का झांसा देते हैं। वायनाड की जनता भी जाग्रत होगी और प्रियंका गांधी के जीवन का जो पहला चुनाव होगा वह हार के साथ शुरू होगा।’


कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने राहुल गांधी (RAHUL GANDHI) द्वारा रायबरेली सीट बरकरार रखने और प्रियंका के वायनाड से उपचुनाव लड़ने पर राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। राहुल गांधी ने उचित राजनीतिक निर्णय लिया है। प्रमोद तिवारी का दावा है कि ऐसा करने से दोनों परिवारों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित होगा। इसके अलावा, उन्होंने उत्तर प्रदेश यू के जनादेश का सम्मान किया, जिसने भारत गठबंधन को 80 में से 43 सीटें दीं।


1999 में सोनिया गांधी ने सुषमा स्वराज की खिलाफ लड़ा था चुनाव

BJP में टिकटों को लेकर अप्रत्याशित फैसले लेने का इतिहास रहा है। 1999 में जब सोनिया गांधी के बेल्लारी से चुनाव लड़ने की खबर लीक हुई तो भाजपा ने चुनाव प्रचार में ड्रामा जोड़ने के लिए सुषमा स्वराज को इस सीट से टिकट देने की पेशकश की। इस पद के लिए सुषमा ने सोनिया गांधी को कड़ी चुनौती दी। फिर भी वे यह चुनाव नहीं जीत पाईं। सोनिया गांधी (SONIA GANDHI) के पक्ष में 414000 वोट थे। इसके विपरीत सुषमा स्वराज को 3.5 लाख से अधिक वोट मिले। यह दौड़ सोनिया गांधी ने 56,000 से अधिक वोटों से जीती।

Prachi Chaudhary

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