Attempting To Instill Fear: पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाने वाले खालिस्तानी फ्लोट की कनाडाई सांसद ने निंदा की
Canadian MP condemns Khalistani float depicting assassination of former PM Indira Gandhi
Attempting To Instill Fear: भारतीय मूल (Indian values) के कनाडाई सांसद (Canadian MP) ने शनिवार 8 जून को अपनी सरकार से आग्रह किया कि देश में खालिस्तानी समर्थकों (Khalistani supporters) द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री (Former Prime Minister) इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की हत्या को दर्शाते हुए अपमानजनक चित्र (Humiliating Images) लगाए जाने के बाद तत्काल कार्रवाई की जाए।
हिंदू-कनाडाई सांसद (Hindu-Canadian MP) चंद्र आर्य (Chandra Arya) ने वैंकूवर (Vancouver) में भारतीय वाणिज्य दूतावास (Indian Consulate) के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान गांधी के अपमानजनक चित्रण (Derogatory Portrayals) की निंदा की। ऑपरेशन ब्लूस्टार (Operation Bluestar) की 40वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित प्रदर्शनों (Organized Demonstrations) का हिस्सा रहे इस झांकी में भारत की दिवंगत प्रधानमंत्री की मौत को दर्शाया गया था, जिनकी 31 अक्टूबर, 1984 को उनके सिख अंगरक्षकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
सांसद चंद्र आर्य ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “वैंकूवर में खालिस्तान समर्थक हिंदू भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शरीर पर गोलियों के निशान और उनके अंगरक्षकों द्वारा बंदूक थामे हुए पोस्टर लेकर फिर से हिंदू-कनाडाई लोगों में हिंसा का डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।”
हिंदू-कनाडाई लोगों को धमकियाँ
आर्य ने कहा कि हाल ही में हुई घटना हिंदू कनाडाई लोगों को धमकियों की एक कड़ी है, कुछ साल पहले ब्रैम्पटन (Brampton) में भी इसी तरह की घटना हुई थी। उन्होंने फिर से “कनाडा में कानून प्रवर्तन एजेंसियों (Law enforcement agencies) से तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया।” उन्होंने कहा, “अगर इसे बिना चुनौती दिए जारी रखा गया तो संदेश देने के लिए बंदूकों की तस्वीरों का आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे कुछ वास्तविक हो सकता है। इंदिरा गांधी के माथे पर बिंदी को प्रमुखता देने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लक्षित लक्ष्य कनाडा (Targeted Target Canada) में हिंदू ही हों।”
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक (Public Security Minister Dominic LeBlanc) ने कहा कि देश में हिंसा को बढ़ावा देना कभी भी स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने लिखा, “इस हफ़्ते वैंकूवर में भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाने वाली तस्वीरें सामने आईं। कनाडा में हिंसा को बढ़ावा देना कभी भी स्वीकार्य नहीं है।”
वैंकूवर में कई पोस्टरों में ऑपरेशन ब्लूस्टार की झलक भी दिखाई गई, जो 1984 में किया गया एक सैन्य अभियान (Military operations) था जिसका उद्देश्य अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर (Golden Temple Complex in Amritsar) से खालिस्तानी चरमपंथियों (Khalistani extremists), जिनमें उनके नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले (Leader Jarnail Singh Bhindranwale) भी शामिल थे, उनको हटाना था।
विरोध प्रदर्शन का आयोजन खालिस्तान आंदोलन की वकालत करने वाले अलगाववादी संगठन (Separatist organizations) “सिख फॉर जस्टिस” (एसएफजे) समूह द्वारा किया गया था। भारत सरकार ने पहले भी खालिस्तान की बढ़ती गतिविधियों पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। कई रिपोर्टो से पता चलता है कि भारतीय अधिकारी कनाडाई अधिकारियों को औपचारिक राजनयिक शिकायत दर्ज (Formal diplomatic Complaint Filed) कराने की योजना बना रहे हैं।
पिछले साल ग्रेटर टोरंटो एरिया (Greater Toronto Area) में इसी तरह की घटना के बाद गांधी की हत्या के चित्रण ने आक्रोश पैदा किया था। उस समय नई दिल्ली (New Delhi) में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरन मैके (High Commissioner Cameron MacKay) ने हिंसा के ऐसे महिमामंडन (Glorification) की निंदा की थी और इस बात पर जोर दिया था कि कनाडा नफरत (Canada Hate) के खिलाफ खड़ा है। हालांकि, देश में भारत विरोधी गतिविधियां (Anti-India activities) बिना किसी रोक-टोक के जारी हैं।