Filed case against 600 farmers: रुड़की में किसान महापंचायत, 600 किसानों पर केस दर्ज, आंदोलन जारी
case filed against 600 farmers: Kisan Mahapanchayat in Roorkee, case registered against 600 farmers, agitation continues
Filed case against 600 farmers: हरिद्वार जिले के रुड़की में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) द्वारा आयोजित महापंचायत के दौरान हाईवे जाम करने के आरोप में 600 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सिविल लाइन कोतवाली में दर्ज इस मामले में 12 किसान नेताओं को नामजद किया गया है। पुलिस ने किसानों पर यातायात बाधित करने और शांति भंग करने के आरोप लगाए हैं।
महापंचायत के दौरान पुलिस से नोकझोंक
1 अक्टूबर को रुड़की तहसील में आयोजित महापंचायत के लिए भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ों किसान मंगलौर गुड़ मंडी में इकट्ठा हुए। वहां से वे ट्रैक्टरों के काफिले के साथ तहसील की ओर रवाना हुए। पुलिस ने उन्हें एसडीएम चौक पर रोकने के लिए बैरिकेडिंग की, जिसके बाद पुलिस और किसानों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
आरोप है कि किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़कर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के आवास के बाहर महापंचायत शुरू कर दी। इस घटना के कारण हरिद्वार-दिल्ली हाईवे करीब दो घंटे तक बाधित रहा।
प्रमुख किसान नेताओं पर मुकदमा
सिविल लाइन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी, जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री और अन्य प्रमुख नेताओं किसानों के साथ ही 600 अज्ञात किसानों पर भी मामला दर्ज किया गया है।
किसानों का आरोप: जबरन रोका गया, आंदोलन जारी रहेगा
किसानों ने पुलिस की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उनका उद्देश्य रोड जाम करने का नहीं था, लेकिन पुलिस ने जबरन बैरिकेडिंग कर उन्हें रोका, जिससे किसान सड़कों पर बैठने को मजबूर हो गए। भाकियू जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री ने कहा कि पुलिस ने किसानों के साथ गलत व्यवहार किया और अब वे मवेशियों के साथ गिरफ्तारी देंगे।
आंदोलन और तेज करने की चेतावनी
किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मांगें पूरी होने तक धरना जारी रखेंगे और सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।