लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने नगर निगम को ‘गऊ घाट उपवन’ के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों को ‘‘न गंदगी करेंगे, न करने देंगे’’ का मंत्र भी दिया।
श्री मिश्र ने स्वच्छता पखवाड़ा के अन्तर्गत लखनऊ नगर निगम, एन0सी0सी0 निदेशालय उ0प्र0 एवं लोकभारती संस्था द्वारा गऊ घाट पर आयोजित पुनीत सागर अभियान के तहत गोमती नदी के सफाई कार्यक्रम में भाग लिया।
मुख्य सचिव ने कहा कि लोक भारती संस्था का काम सराहनीय है। उन्होने लोक भारती के आम जनता को गोमती नदी को स्वच्छता अभियान से जोड़ने को प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता की प्रेरणा प्रधानमंत्री से लेनी चाहिए। उन्होंने 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी।
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मुख्य सचिव ने कहा कि सफाई अभियान में जनसहभागिता का होना बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने ‘‘न गंदगी करेंगे, न करने देंगे’’ का मंत्र भी दिया।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में स्वच्छ सर्वेक्षण के मामले में आज हमारा उत्तर प्रदेश टॉप-5 में पहुंच गया है। यह तभी संभव हुआ जब सरकारी कर्मचारी लोगों के साथ जुड़कर काम करने लगे।
इस मौके पर मुख्य सचिव ने वृक्षारोपण भी किया।
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इस अवसर पर गोमती नदी को स्वच्छ करने के लिए किए जा रहे कार्य में और तेज़ी प्रदान करने के उद्देश्य से Centre For Innovation Policy and Social Change (CIPSC) के विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई AI-Enabled Robotic Trash Boat का गऊघाट पर संचालन भी किया गया।
CIPSC डायरेक्टर सुश्री करिश्मा सब्भरवाल ने बताया कि स्वदेशी तकनीक से निर्मित स्वचालित रोबोटिक बोट पूरी तरह से सोलर ऊर्जा द्वारा चालित जीरो कार्बन इमर्शन बोट है।
करिश्मा सब्भरवाल ने बताया कि बोट में लगी कन्वीयर बेल्ट के द्वारा कचरा पीछे बने स्टोरेज में एकत्रित होता है। वर्तमान में स्टोरेज की क्षमता 200 किलोग्राम है। नाव की क्षमता को 1000 किलोग्राम तक बढ़ाया जा सकता है।
कार्यक्रम में महापौर संयुक्ता भाटिया, जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, एमडी जल निगम अनिल कुमार, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर महानिदेशक एनसीसी मेजर जनरल संजय पुरी, ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर रवि कपूर, CIPSC के तकनीकी विशेषज्ञ धीरेन्द्र, नवीन कुमार (जी0आई0जेड0) एवं अन्य अधिकारीगण आदि मौजूद थे।