Mukhyamantri Bal Seva Yojana: केंद्र सरकार अपने नागरिकों के लिए कई ऐसी योजनाएं चलाती है और इन योजनाओं को अलग-अलग जरूरतों को ध्यान में रखकर चलाया जाता हैं। ज्यादातर योजनाएं इनमे से खासतौर पर महिलाओं के लिए होती हैं। कुछ योजनाएं बुजुर्गों के लिए होती हैं और कुछ योजनाएं बच्चों के लिए लाई जाती हैं। सिर्फ केंद्र सरकार ही नहीं, बल्कि कई राज्य सरकारें भी ऐसी कई योजनाएं चलाती हैं।
इस योजना की शुरुआत जनसंख्या की दृष्टि से भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई है। इस योजना के तहत बच्चों को हर महीने 2500 रुपए दिए जाते हैं। इस योजना के तहत किन बच्चों को लाभ मिलता है? आप इस योजना के लिए कैसे आवेदन कर सकते हैं? आइए आपको पूरी प्रक्रिया बताते हैं।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत होगा उपलब्ध
यूपी सरकार मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना चलाती है। इसके तहत सरकार हर महीने बच्चों को आर्थिक मदद प्रदान करती है। इससे बच्चों को शिक्षा और पोषण दी जाती है। इस योजना के तहत यूपी सरकार राज्य के निराश्रित बच्चों को लाभ पहुंचाती है।
इस योजना के जरिए अब तक कई बच्चों को लाभ मिल चुका है। यह योजना बेसहारा बच्चों के लिए काफी फायदेमंद है। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत यूपी सरकार बेसहारा बच्चों को हर महीने 2500 रुपये की मदद देती है।
इन बच्चों को दिया जाता है लाभ
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत सरकार उन बच्चों को लाभ देती है जिनके माता या पिता या दोनों माता-पिता की मृत्यु हो गई हो। यह अनुदान राशि सीधे बच्चों के बैंक खातों में भेजी जाती है। हर 3 महीने में सरकार इस योजना के तहत बच्चों के खातों में पैसे भेजती है।
ऐसे उठा सकते हैं लाभ
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत लाभ पाने के लिए जिन बच्चों के माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है, उन्हें आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। वे केवल अपने स्कूल कार्ड का उपयोग करके इस योजना के माध्यम से लाभ उठा सकते हैं। हालाँकि, इस योजना का लाभ यूपी सरकार द्वारा केवल उन बच्चों को दिया जाता है जो स्कूल में पढ़ रहे हैं।
पोषण और शिक्षा के लिए एक योजना है
यूपी सरकार ने यह योजना इसलिए शुरू की है ताकि जिन बच्चों के माता-पिता नहीं हैं, उन्हें शिक्षा और पोषण प्राप्त करने में कोई बाधा न आए। आपको बता दें कि इस योजना का रजिस्ट्रेशन ऑफलाइन होता है। इसके लिए बच्चों का बैंक अकाउंट होना जरूरी है और इसके साथ ही स्कूल एडमिशन रजिस्ट्रेशन नंबर, आधार कार्ड और माता-पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र भी जरूरी है।